रायपुर , अक्टूबर 11 -- ) छत्तीसगढ़ की मशहूर बाघिन 'बिजली' अब इस दुनिया में नहीं रही। उपचार के लिए गुजरात के जामनगर स्थित वनतारा वाइल्डलाइफ रेस्क्यू एंड केयर सेंटर भेजी गई बिजली ने शुक्रवार को अंतिम सांस ली।

आठ वर्षीय बाघिन पिछले कई सप्ताह से बीमार चल रही थी। उसके गर्भाशय (यूट्रस) और मुख (ओरल) में संक्रमण पाया गया था। रायपुर जंगल सफारी में उपचार के बाद भी जब उसकी तबीयत में सुधार नहीं हुआ, तो वन विभाग ने बेहतर इलाज के लिए उसे सात अक्टूबर को विशेष ट्रेन कोच से जामनगर रवाना किया था।

वनतारा प्रबंधन ने शनिवार को सोशल मीडिया पर पोस्ट जारी कर बाघिन बिजली की मृत्यु की पुष्टि की। बाघिन की तबीयत में सुधार नहीं आने के कारण चिकित्सक पिछले कई दिनों से गहन निगरानी में उसका इलाज कर रहे थे।

वन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि बिजली के निधन के बाद पोस्टमार्टम की प्रक्रिया विशेषज्ञ चिकित्सकों और वन विभाग की टीम की मौजूदगी में की जाएगी। रिपोर्ट आने के बाद मृत्यु का सटीक कारण स्पष्ट होगा।

गौरतलब है कि जंगल सफारी की शुरुआत से ही बिजली लोगों की पसंदीदा बाघिन रही है। उसकी चंचलता और जोश ने सफारी आने वाले पर्यटकों को हमेशा आकर्षित किया। अब उसके न रहने से रायपुर जंगल सफारी में सन्नाटा पसर गया है।

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