मनेन्द्रगढ़/चिरमिरी/भरतपुर , नवंबर 12 -- छत्तीसगढ़ में केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी योजना "बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ" के तहत बुधवार को स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम स्कूल गोदरीपारा, चिरमिरी में बाल दिवस के अवसर पर एक सृजनात्मक और प्रेरणादायी कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की थीम "हर बालिका राष्ट्र की पूंजी" तथा कहानी लेखन प्रतियोगिता का विषय "मेरे सपनों का भविष्य" रखा गया, जिसके माध्यम से बालिकाओं ने अपने विचारों, सपनों और आकांक्षाओं को अभिव्यक्त किया।

यह आयोजन जिला दंडाधिकारी एवं कलेक्टर डी. राहुल वेंकट के निर्देशानुसार और जिला कार्यक्रम अधिकारी आर.के. खाती के मार्गदर्शन में संपन्न हुआ। कार्यक्रम का संचालन जिला मिशन समन्वयक तारा कुशवाहा ने किया। इस प्रतियोगिता का उद्देश्य बालिकाओं को आत्मविश्वास से परिपूर्ण बनाना, उनकी अभिव्यक्ति को प्रोत्साहित करना और उन्हें अपने सपनों की दिशा में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करना था।

बालिकाओं ने पूरे जोश और आत्मविश्वास के साथ अपनी कहानियाँ प्रस्तुत कीं, जिनमें उनके उज्ज्वल भविष्य और सशक्त भारत की झलक दिखाई दी। कार्यक्रम में स्कूल के प्राचार्य दिनेश कुमार उपाध्याय, शिक्षिकाएँ, मिशन शक्ति महिला एवं बाल विकास विभाग से वित्तीय साक्षरता समन्वय विशेषज्ञ अनीता कुमारी शाह और सखी वन स्टॉप सेंटर की काउंसलर अमीषा कुशवाहा विशेष रूप से उपस्थित रहीं। उनकी उपस्थिति ने कार्यक्रम को और अधिक प्रेरक और प्रभावशाली बना दिया।

कार्यक्रम के समापन पर निर्णायकों द्वारा श्रेष्ठ कहानियों का चयन किया गया और सभी प्रतिभागियों को प्रोत्साहित किया गया। पूरे आयोजन का वातावरण उत्साह, हर्ष और प्रेरणा से भरा रहा, जिसने बालिकाओं के उज्जवल भविष्य और सशक्तिकरण की दिशा में एक सकारात्मक संदेश दिया।

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