रायपुर, नवंबर 25 -- छत्तीसगढ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज राज्य सरकार, राज्य के मुख्य सचिव, केंद्र और राज्य के निर्वाचन आयुक्तों के खिलाफ जमकर हमला बोला।
दरअसल राज्य के निर्वाचन आयुक्त ने एक्स के जरिए यह बताया था कि राज्य भर के 80 मतदान केंद्रों में 100 प्रतिशत इपिक फॉर्म डिजिटिलाइजेशन का कार्य पूरा कर लिया गया है। इसके जवाब में पूर्व मुख्यमंत्री ने निर्वाचन आयुक्त से उन 80 मतदान केंद्रों के नाम सार्वजनिक करने की मांग की थी,जहां 100 प्रतिशत एसआईआर कर लिया गया है। यह मांग उन्होंने 24 नवम्बर को आयोग के एक्स पोस्ट किए जाने के कुछ घंटे बाद की थी, तथा आज मंगलवार को उन्होंने राज्य के बहुत से मुद्दों को लेकर एक प्रेस वार्ता की, इस प्रेस वार्ता के केंद्र में राज्य निर्वाचन आयोग ही था।
पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने एसआईआर, धान की खरीद और घुसपैठिए जैसे मुद्दों पर पत्रकारों के सवालों के जवाब दिए।
कांग्रेस के विधायक जनक ध्रुव से मिली शिकायत के मुताबिक उनके विधानसभा क्षेत्र में एक दिन में बमुश्किल 8 लोगों का एसआईआर सम्भव हो पा रहा है। ऐसे ही फीड बैक के आधार और खुद की विधानसभा के इलाके के निजी अनुभवों के आधार पर पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने राज्य निर्वाचन आयुक्त को आड़े हाथों लिया है। इसी तरह प्रदेश अध्यक्ष किरण देव के घेराव को लेकर भी भूपेश बघेल ने छत्तीसगढ़ सरकार की आलोचना की है, कथित तौर पर सरकार के एक फैसले के विरोध में सोमवार को स्थानीय व्यापारियों ने भाजपा प्रदेश अध्यक्ष का घेराव कर दिया था, कांग्रेस नेता के आरोपों के मुताबिक, व्यापारी वर्ग भाजपा के कोर वोटर्स और समर्थक हैं व्यापारी भाजपा के खिलाफ खुलकर इस तरह कभी नहीं आते थे, लेकिन हालिया लिए गए फैसले की वजह से दुर्ग में व्यापारियों ने भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष का घेराव कर दिया।
पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने प्रेस वार्ता के दौरान कहा कि राज्य के मुख्य सचिव सालों तक छत्तीसगढ़ में नहीं रहे हैं, इसीलिए उन्हें पता ही नहीं है कि राज्य में किसानों की संख्या बढ़ी है तथा धान की पैदावार भी बेहद बढ़ी है, मेरा बेटा किसानी करता था, उसे जेल भेज दिया गया है, इसीलिए इन दिनों मैं किसानी कर रहा हूँ, मुख्य सचिव को प्रेस वार्ता के दौरान ही आमंत्रित कर रहा हूँ आएं मेरे खेतों पर और देख लें कि एक एकड़ में 40 क्विंटल तक की पैदावार सम्भव है।
राज्य के किसान एक एकड़ में कम से कम 27 से 30 क्विंटल तक धान की पैदावार कर ले रहे हैं, लेकिन,सरकार प्रति एकड़ सिर्फ 21 क्विंटल धान समर्थन मूल्य पर खरीद रही है!राज्य सरकार,राज्य के मुख्य सचिव और निर्वाचन आयुक्त के बाद पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने मुख्य निर्वाचन आयुक्त पर भी आरोपों की झड़ी लगाई। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि एसआईआर के बहाने ये किसी का भी नाम काट सकते हैं, साल 2003 के बाद घर पर बहू आईं हैं कायदे से सिर्फ उनका नाम जोड़े जाने की जरूरत है, लेकिन घर के सभी लोगों के लिए पेपर्स दिए गए हैं यानी मुझे और मेरे परिवार के सभी लोगों को फिर से मतदाता होने के लिए सारी प्रक्रियाओं को पूरा करना होगा।
राज्य निर्वाचन आयोग की ओर से जहां पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के द्वारा सार्वजनिक तौर पर पूछे गए सवाल का जवाब नहीं दिया गया है। तो दूसरी ओर, राज्य निर्वाचन आयोग की ओर 24 नवम्बर के बाद अब तक एसआईआर और इपिक नम्बर डिजिटिलाइजेशन को लेकर बहुत सारी उपलब्धियां राज्य निर्वाचन आयोग के अधिकृत एक्स अकाउंट पर लगातार पोस्ट किया जा रहा है।
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