राजनांदगांव/रायपुर , नवम्बर 05 -- छत्तीसगढ़ राज्य स्थापना दिवस के रजत महोत्सव के अवसर पर बुधवार को रायपुर में आयोजित राज्य अलंकरण समारोह में नगर के सुप्रसिद्ध शिक्षाविद एवं नीरज ग्रुप ऑफ स्कूल्स के संचालक नीरज बाजपेयी को "दानवीर भामाशाह सम्मान" से सम्मानित किया जाएगा। यह सम्मान उन्हें उपराष्ट्रपति सी. पी. राधाकृष्णन के करकमलों से प्रदान किया जाएगा।

श्री बाजपेयी को यह सम्मान उनके उल्लेखनीय सामाजिक योगदान, परोपकारी कार्यों और शिक्षा के क्षेत्र में किए गए उत्कृष्ट प्रयासों के लिए दिया जा रहा है।

संस्कारधानी राजनांदगांव में मेडिकल कॉलेज की स्थापना के लिए जब एप्रोच रोड की कमी बाधा बन रही थी, तब श्री बाजपेयी और उनके परिवार ने मानवता की मिसाल पेश करते हुए 2.15 एकड़ भूमि शासन को दान दी थी। आज उसी मार्ग से होकर मेडिकल कॉलेज तक पहुंच बन सकी है, जिससे अनगिनत जिंदगियां बचाई जा रही हैं।

कोविड-19 महामारी के दौरान उन्होंने अपने नीरज बाजपेयी इंटरनेशनल स्कूल, बोरी को 74 बेड के कोविड अस्पताल के रूप में उपलब्ध कराया। साथ ही, महामारी में माता-पिता खो चुके बच्चों की फीस में 50% की छूट देकर शिक्षा जारी रखने का अवसर दिया।

सेना एवं पुलिस के शहीदों के बच्चों को 50 से 100 प्रतिशत फीस में छूट देने के साथ-साथ हर वर्ष लगभग 250 आर्थिक रूप से कमजोर बच्चों को 10 लाख रुपये से अधिक की फीस में राहत दी जाती है। इसके अतिरिक्त, 850 से अधिक बच्चों को शिक्षा के अधिकार (RTE) के अंतर्गत निःशुल्क शिक्षा दी जा रही है।

श्री बाजपेयी अभिलाषा संस्था से भी जुड़े हैं और दिव्यांग बच्चों की सेवा में निरंतर सक्रिय रहते हैं। उनकी इन्हीं सेवाभावी एवं प्रेरणादायी कार्यों को देखते हुए छत्तीसगढ़ शासन के समाज कल्याण विभाग द्वारा उन्हें "दानवीर भामाशाह सम्मान" से सम्मानित किया जा रहा है।

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