सुकमा, अक्टूबर 02 -- छत्तीसगढ़ के गृहमंत्री विजय शर्मा ने गुरुवार को बस्तर संभाग के किस्टाराम में एक बार फिर से दोहराया है हर हाल में मार्च 2026 तक राज्य से सशस्त्र क्रांति (नक्सलवाद) को खत्म कर दिया जाएगा।
गृहमंत्री ने भाषण से पहले स्थानीय युवाओं से भी बात की। गृहमंत्री ने कार्यक्रम में मौजूद युवाओं से अपील ता कि वो कंप्यूटर आदि की ट्रेनिंग लें, सीएससी सेंटर चलाने की ट्रेनिंग लें और जिले में सीएससी सेंटर और अन्य माध्यमों से आम लोगों की सेवा करें।
मंच से गृहमंत्री ने कलेक्टर सुकमा को निर्देश दिया कि बड़ी संख्या में स्थानीय युवाओं की ट्रेनिंग की व्यवस्था करें। उन्होंने युवाओं को मंच से आश्वस्त किया कि कलेक्टर ट्रेनिंग की व्यवस्था करेंगे।
गृहमंत्री शर्मा, बस्तर सांसद महेश कश्यप किस्टाराम में ग्रामीण विकास बैंक की शाखा का उद्घाटन करने गए थे। मंच से बस्तर सासंद ने कहा कि हमारे पूर्वजों ने अपनी वीरता के जरिए संसाधनों और देश की रक्षा की थी।
गृहमंत्री ने अपने भाषण के दौरान नक्सलियों के विकृत मानसिकता को एक बार फिर सामने रखा। गृहमंत्री ने कहा कि पुल, सड़क और बिजली का नक्सली विरोध क्यों करते हैं। आखिर, पचास सालों तक समानांतर सरकार चलाने वालों ने आदिवासियों के लिए क्या किया है? देश दुनिया से दूर रखकर उन्हें सिर्फ अपनी सत्ता चलानी थी। गृहमंत्री शर्मा ने आम लोगों से पूछा कि बस्तर के ग्राम पंचायतों में सरपंच कौन होते हैं? कांकेर और बस्तर के सांसद कौन हैं किस समाज के हैं? बस्तर के सारे जनपद अध्यक्ष कौन हैं? जगदलपुर को छोड़कर सारे विधायक आदिवासी, सरपंच आदिवासी, जनपद सदस्य आदिवासी,सांसद आदिवासी और यहां तक कि मुख्यमंत्री भी आदिवासी समाज से ही हैं। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय गर्व से आप सबको बताते हैं कि वो आदिवासी समाज से हैं।
गृहमंत्री ने आदिवासी समाज के जन प्रतिनिधियों की संख्या बताते हुए नक्सलियों को यह संदेश दिया कि आदिवासियों के नेतृत्व और विकास के लिए सरकार प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि सरकार ने यह करके दिखा दिया है जबकि नक्सलियों ने आदिवासी समाज को पचास सालों से चिकित्सा,सड़क, बिजली और पुल आदि विकास के प्रतिमानों से दूर रखा था।
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