रायपुर, सितंबर 25 -- देशभर में चल रहे 'स्वच्छता ही सेवा 2025' अभियान के तहत छत्तीसगढ़ के विभिन्न जिलों में गुरुवार को बड़े पैमाने पर श्रमदान कार्यक्रम आयोजित किए गए।
दंतेवाड़ा, गौरेला-पेंड्रा-मरवाही, अंबिकापुर और महासमुंद में नागरिकों, जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों ने मिलकर सफाई कर स्वच्छता को दैनिक जीवन का हिस्सा बनाने का संकल्प लिया।
दंतेवाड़ा जिले की ग्राम पंचायत कुम्हाररास में कुम्हाररास डेम परिसर में आयोजित कार्यक्रम में जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी प्रदीप कुमार पटेल, ग्राम पंचायत के सरपंच, सचिव और ग्रामीणों ने परिसर की सफाई कर संदेश दिया कि स्वच्छता निरंतर जनभागीदारी से ही संभव है।
गौरेला-पेंड्रा-मरवाही जिले के बांधामुड़ा तालाब परिसर में 'एक दिन-एक घंटा-एक साथ' थीम पर अभियान चला। जिला पंचायत अध्यक्ष समीरा पैकरा, कलेक्टर लीना कमलेश मंडावी, नगर पालिका अध्यक्ष मुकेश दुबे और अन्य अधिकारियों ने झाड़ू उठाकर श्रमदान किया। कलेक्टर मंडावी ने नागरिकों से हर वर्ष 100 घंटे, यानी सप्ताह में दो घंटे सफाई का संकल्प लेने का आग्रह किया और कहा कि स्वच्छता केवल जिम्मेदारी नहीं, बल्कि संस्कार है।
अंबिकापुर नगर निगम क्षेत्र और महासमुंद के बंधवा तालाब तथा मेढ़ों में भी बड़े पैमाने पर सफाई अभियान चलाया गया। महापौर मंजूषा भगत, विधायक योगेश्वर राजू सिन्हा, कलेक्टर विनय कुमार लंगेह समेत अन्य जनप्रतिनिधियों ने स्वयं फावड़ा उठाकर सफाई में भाग लिया और लोगों को स्वच्छता को आदत और जीवनशैली में शामिल करने का आह्वान किया।
हिंदी हिन्दुस्तान की स्वीकृति से एचटीडीएस कॉन्टेंट सर्विसेज़ द्वारा प्रकाशित