राजनांदगांव , अक्टूबर 12 -- छत्तीसगढ़ का प्रवेश द्वार कहे जाने वाले राजनांदगांव जिले के अंतर्राज्यीय वनोपज जांच नाका बागनदी में लगाए गए चार में से तीन सीसीटीवी कैमरे काम नहीं कर रहे हैं।

बागनदी नाका छत्तीसगढ़-महाराष्ट्र की सीमा पर स्थित है। यहां से रोजाना करोड़ों रूपये मूल्य के तेंदूपत्ता, लाख, लकड़ी और अन्य वनोपज का आवागमन होता है। प्रतिदिन सैकड़ों ट्रक, बसें और वाहन इस मार्ग से गुजरते हैं लेकिन कैमरे बंद होने से निगरानी व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई है।

नाका प्रभारी के अनुसार, उन्होंने कैमरों के खराब होने की जानकारी विभागीय उच्च अधिकारियों को दी थी लेकिन अब तक मरम्मत नहीं हुई है। सूत्रों के अनुसार, यह लापरवाही संभावित तस्करी के लिए 'खुला निमंत्रण' बनी हुई है।

राजनांदगांव डीएफओ आयुष जैन ने कहा कि "रिपेयर के लिए फंड अभी स्वीकृत हुआ है, जल्द ही सभी कैमरे ठीक कराए जाएंगे।"स्थानीय लोगों की मांग है कि सुरक्षा कैमरे तत्काल चालू कराए जाएं ताकि वनोपज की सुरक्षा और पारदर्शिता दोनों बनी रहें।

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