नयी दिल्ली, सितंबर 29 -- दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने कहा कि इस बार यमुना के किनारों पर छठ पूजा को लेकर विशेष प्रबंध किए जाएंगे ताकि व्रतधारियों को किसी प्रकार की असुविधा का सामना न करना पड़े।
श्रीमती गुप्ता ने छठ पर्व की तैयारियों को लेकर सोमवार को यहाँ एक उच्चस्तरीय बैठक कर कहा कि राजधानी में पूर्वांचलवासियों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है इसलिए उनकी धार्मिक आस्था एवं सुविधा को ध्यान में रखते हुए दिल्ली में यमुना के प्रवेश स्थल पल्ला से लेकर अंतिम स्थल ओखला तक दोनों किनारों पर छठ पर्व का आयोजन किया जाएगा। इन दोनों किनारों पर जहां भी छठ पर्व के लिए समतल किनारे उपलब्ध होंगे, वहां सरकार की ओर से व्रतधरियों को समुचित सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएगी।
उन्होंने कहा कि पल्ला से लेकर वजीराबाद तक के किनारों पर तो विशेष व्यवस्था की ही जाएगी, साथ ही आईटीओ, ओखला जैसे पुराने स्थलों पर भी व्यवस्थाएं और दुरुस्त की जाएंगी। मुख्यमंत्री ने छठ पूजा के दौरान वहां सफाई व स्वच्छता का पूरा ध्यान रखने , व्रतधारियों और उनके अपनों को धूल आदि की परेशानी से बचाने के लिए पानी का छिड़काव करने, पुलिस एवं यातायात पुलिस को वहां सुरक्षा एवं यातायात व्यवस्था चौकस रखने के आदेश जारी किए गए हैं। आवश्यकता हुई तो पूजा स्थलों पर चिकित्सा सुविधाएं भी उपलब्ध कराई जाएंगी। उन्होंने कहा कि सिंचाई विभाग को छठ पर्व से पूर्व यमुना से जलकुंभी निकालने के भी आदेश जारी किए गए हैं। इस बार इन स्थलों पर प्रकाश की विशेष व्यवस्था की जाएगी ताकि श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की परेशानी का सामना न करना पड़े।
मुख्यमंत्री ने बताया कि दिल्ली में यमुना के किनारों के अलावा मुनक नहर, मुंगेशपुर ड्रेन के अलावा कृत्रिम तालाबों में भी छठ पूजा आयोजित की जाती है। राजधानी में कुल मिलाकर 929 स्थलों पर पूजा-अर्चना की जाती है। इन स्थलों पर सरकार की ओर से समुचित व्यवस्थाएं की जाएंगी। अगर किसी संस्थान को एनओसी चाहिए तो बिना किसी परेशानी से उसे दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि कुछ दिनों बाद वह यमुना नदी व अन्य स्थानों का दौरा करेंगी, ताकि तैयारियों की किसी प्रकार की कमी न रहने पाए।
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