गोपालगंज , अक्तूबर 23 -- जनसुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर ने सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि दो हजार विशेष ट्रेन चलाने के दावे के बावजूद छठ पूजा में लोग अपने घर भेड़ बकरियों की तरह डब्बों में ठूस कर आ रहे हैंऔर उनकी इस दुर्दशा से बचने का एक ही उपाय है कि अपने प्रदेश में रोजगार की व्यवस्था हो।

श्री किशोर ने कहा कि जब तक बिहार में व्यवस्था नही बदलेगी बिहार के युवक इसी तरह दूसरे प्रदेशों में मारे मारे फिरेंगे।

जनसुराज के सूत्रधार ने तेजस्वी को महागठबंधन का चेहरा बनाने पर कहा कि उनकी वापसी का मतलब बिहार में जंगलराज की वापसी है। उन्होंने कहा कि तेजस्वी की सभी को सरकारी नौकरी देने की बात ख्याली पुलाव है और वह सोने की लंका बनाने का वादा भी कर सकते हैं।

हिंदी हिन्दुस्तान की स्वीकृति से एचटीडीएस कॉन्टेंट सर्विसेज़ द्वारा प्रकाशित