पटना , अक्टूबर 26 -- लोक आस्था के महापर्व छठ को लेकर पटना जिला प्रशासन ने व्यापक तैयारियां पूरी कर ली हैं।
गंगा नदी एवं उसकी सहायक नदियों के साथ- साथ तालाबों और पार्कों में भी श्रद्धालु सूर्य उपासना करेंगे। प्रशासन के अनुसार, पटना जिले में लगभग 550 घाटों पर छठव्रतियों द्वारा पूजा- अर्चना की जायेगी।
पटना नगर निगम क्षेत्र में ही गंगा तट के 102 घाट (45 पार्क और 63 तालाब) को छठ पूजा के लिये चिन्हित किया गया है। सभी घाटों पर अनुमंडल पदाधिकारी और अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी के अनुश्रवण में नागरिक सुविधायें उपलब्ध कराई गई हैं।
भीड़- प्रबंधन और सुरक्षा के लिये जिला प्रशासन ने विशेष बंदोबस्त किये हैं। जिला स्तर से 205 स्थानों पर दंडाधिकारी और पुलिस पदाधिकारियों की प्रतिनियुक्ति की गई है। वहीं, किसी भी आपदा की स्थिति से निपटने के लिये एनडीआरएफ की 9 टीमें (270 सदस्य), एसडीआरएफ की 14 टीमें (56 सदस्य), 444 गोताखोर, 323 नाव- नाविक और सिविल डिफेंस के 149 वॉलंटियर्स तैनात किये गये हैं।
दानापुर से पटना सिटी तक गंगा तट के लगभग 100 घाटों को 21 सेक्टरों में बांटा गया है। इन घाटों पर नागरिक सुविधाओं की विस्तृत व्यवस्था की गई है, जिनमें 552 अस्थायी शौचालय, 450 अस्थायी यूरिनल, 37 चापाकल, 185 रनिंग वाटर टैप, 400 अस्थायी चेंजिंग रूम, 13 यात्री शेड, 112 नियंत्रण कक्ष और 13 सहायक नियंत्रण कक्ष, 171 वॉच टावर और 103 मेडिकल कैंप शामिल हैं।
सभी वॉच टावरों पर नागरिक सुरक्षा वोलंटियर्स की तैनाती की गई है। इसके अलावा रिवर पेट्रोलिंग के लिये 18 नदी गश्ती दल, 10 रिवर फ्रंट- घाट गश्ती दल और 3 स्पीड बोट गश्ती दल सक्रिय रहेंगे।
प्रशासन ने स्पष्ट निर्देश दिया है कि नावों का परिचालन प्रतिबंधित रहेगा और अवैध नाव संचालन करने वालों पर सख्त दंडात्मक कार्रवाई की जायेगी। घाटों पर महत्वपूर्ण संपर्क नंबरों जैसे जिला नियंत्रण कक्ष, पुलिस, विद्युत, अग्निशमन, नाविक और चिकित्सा सेवाओं की जानकारी प्रदर्शित की गई है।
किसी भी प्रकार की संदेहास्पद गतिविधि या सूचना मिलने पर लोग तुरंत जिला नियंत्रण कक्ष (0612-2219810, 2219234) या आपात सेवा नंबर डायल- 112 पर सूचित कर सकते हैं। जिला प्रशासन ने आश्वासन दिया है कि सूचना मिलते ही त्वरित कार्रवाई की जायेगी।
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