पटना , नवंबर 23 -- जन सुराज पार्टी ने रविवार को राजधानी पटना स्थित शेख़पुरा हाउस में व्यापक समीक्षा बैठक आयोजित की, जिसमें राज्यभर से आये पार्टी प्रत्याशियों ने चुनावी प्रक्रिया के दौरान हुई स्थितियों और चुनौतियों पर विस्तार से चर्चा की।

समीक्षा बैठक में उम्मीदवारों ने आरोप लगाया कि चुनावी आदर्श आचार संहिता लागू होने के बावजूद महिलाओं के बैंक खातों में दस हजार रुपये की राशि भेजे जाने और इसके बाद चुनाव पश्चात दो-दो लाख रुपये आने की अफवाह ने पूरे चुनावी माहौल को प्रभावित कर दिया। उम्मीदवारों का कहना था कि इन अफवाहों ने उनकी महीनों की मेहनत को लगभग निष्फल कर दिया और मतदाताओं का ध्यान प्रमुख मुद्दों से भटका दिया।

बैठक में उपस्थित कई उम्मीदवारों ने आरोप लगाया कि 'जीविका' समूह की कार्यकर्ताओं ने सत्तारूढ़ गठबंधन के लिये सक्रिय रूप से प्रचार किया। बैठक में बताया गया कि जीविका की दीदियों ने घर- घर जाकर महिलाओं को दी गई राशि को 'सीड मनी' बताते हुये आश्वासन दिया कि यह पैसा लौटाना नहीं है और चुनाव के बाद सरकार प्रत्येक परिवार को दो लाख रुपये देगी। इसके बदले में उनसे नीतीश कुमार के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) को वोट देने की अपील की गई।

उम्मीदवारों का यह भी कहना था कि कई मतदान केंद्रों पर जीविका कार्यकर्ता मौजूद रहीं और महिलाओं को राजग उम्मीदवार का सीरियल नंबर बताती रहीं। यहां तक कि कुछ स्थानों पर उन्होंने बुजुर्ग और असहाय महिलाओं की बजाय स्वयं ईवीएम का बटन दबाया।

बैठक में यह भी चर्चा हुई कि चुनाव के दौरान बड़ी संख्या में बाहरी लोग विभिन्न जिलों में पहुंचे थे, जो घर- घर जाकर मतदाताओं को यह कहकर डराते रहे कि यदि वे प्रशांत किशोर की बातों पर चलकर जन सुराज को वोट देंगे, तो बिहार में 'जंगल राज' वापस आ जायेगा। उम्मीदवारों के अनुसार, इस तरह की काना- फुस्सी और भय का वातावरण बनाने की रणनीति मतदाताओं पर गहरा प्रभाव डालने में सफल रही।

उम्मीदवारों ने कहा कि शुरुआत में जनसुराज को व्यापक जनसमर्थन मिल रहा था और अशिक्षा, बेरोजगारी और पलायन जैसे मुद्दों पर जनता गंभीर थी लेकिन अफवाहों, आर्थिक प्रलोभनों और भय की राजनीति ने चुनावी हवा का रुख बदल दिया, जिससे जन सुराज के पक्ष में जमा हो रहा समर्थन अंतिम समय में बिखर गया।

बैठक की अध्यक्षता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष मनोज भारती ने की, जबकि मुख्य रूप से पार्टी के सूत्रधार प्रशांत किशोर भी मौजूद रहे। समीक्षा बैठक में प्रसिद्ध गणितज्ञ केसी सिन्हा, पूर्व विधायक किशोर कुमार मुन्ना, पूर्व विधान पार्षद रामबली चंद्रवंशी, आरके मिश्रा, अरविंद सिंह, एनपी मंडल, एके द्विवेदी, जेपीएन सिंह सहित राष्ट्रीय परिषद के अनेक सदस्य उपस्थित रहे। सभी ने चुनावी अनुभव साझा किये और आगे की रणनीति को लेकर सुझाव दिये।

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