सुकमा , अक्टूबर 31 -- छत्तीसगढ़ के सुकमा जिला प्रशासन ने निर्वाचन कार्यों में गंभीरता का परिचय देते हुए हाल ही में आयोजित बूथ लेवल ऑफिसर (बीएलओ) प्रशिक्षण से अनुपस्थित रहने वाले 11 कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई का फैसला लेते हुए उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी किया है। तहसीलदार एवं सहायक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी की ओर से इन सभी बीएलओ को शोकाज नोटिस जारी करके उनसे उनकी अनुपस्थिति का स्पष्टीकरण मांगा गया है। चुनावन आयोग निर्देशानुसार चल रहे निर्वाचक नामावलियों के विशेष गहन पुनरीक्षण कार्य को लेकर जिला प्रशासन सुकमा पूरी गंभीरता और तत्परता से कार्य कर रहा है। इसी क्रम में 30 अक्टूबर को स्वामी विवेकानंद परिसर सुकमा और कोंटा में आयोजित बीएलओ (मतदान क्षेत्र स्तर अधिकारी) प्रशिक्षण में अनुपस्थित पाए गए 11 कर्मचारियों के विरुद्ध प्रशासन ने सख्त रुख अपनाया है।
तहसीलदार एवं सहायक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी ने प्रशिक्षण से अनुपस्थित पाए गए कुल 11 बीएलओ के विरुद्ध कार्यवाही की है। सुकमा विकासखंड से पावारास बीएलओ गणेश यादव, रामाराम बीएलओ मंगतूराम मोर्य तथा कुम्हाररास बीएलओ मनीष बांधे को नोटिस जारी किया गया है। इसी प्रकार कोंटा विकासखंड से लालूराम निषाद, रमेश सिंह कंवर, समरथ सिंह बघेल, नरेन्द्र कुमार यादव, विनोद कुमार वर्मा, टी. कोटेश्वर राव, संजीत लकड़ा और सहायक बीएलओ विजय कुमार बैगा को भी यह नोटिस जारी किए गए हैं। प्रशासन ने संबंधित अधिकारियों को दो दिवस के भीतर अपना जवाब प्रस्तुत करने के निर्देश दिए हैं।
कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी देवेश कुमार ध्रुव ने स्पष्ट किया है कि निर्वाचन कार्य अत्यंत महत्वपूर्ण और संवेदनशील है इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने कहा कि निर्वाचन प्रशिक्षण में अनुपस्थित रहने वाले 11 बीएलओ को नोटिस जारी किया गया है। यदि संबंधित अधिकारियों का जवाब संतोषजनक नहीं पाया गया, तो उनके विरुद्ध अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी, जिसकी संपूर्ण जिम्मेदारी उनकी स्वयं की होगी।
इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में उप जिला निर्वाचन अधिकारी एवं अपर कलेक्टर गजेन्द्र ठाकुर, तहसीलदार सुकमा अम्बर गुप्ता, तहसीलदार कोंटा गिरीश निंबालकर, सहायक प्रोग्रामर सौरभ उप्पल, मास्टर ट्रेनर और अन्य अधिकारी कर्मचारी उपस्थित थे।
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