चंडीगढ़ , नवंबर 08 -- चुनाव आयोग ने शनिवार को तरनतारन की वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) डॉ. रवजोत कौर ग्रेवाल को तत्काल प्रभाव से निलंबित करने का निर्देश दिया।
अमृतसर के पुलिस आयुक्त गुरप्रीत सिंह भुल्लर को तत्काल प्रभाव से तरनतारन के एसएसपी का अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया है। श्री ग्रेवाल के निलंबन का कोई कारण नहीं बताया गया है।
उल्लेखनीय है कि विपक्षी शिरोमणि अकाली दल (शिअद) के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने डॉ ग्रेवाल के खिलाफ पंजाब के मुख्य निर्वाचन अधिकारी के समक्ष शिकायत दर्ज कराई थी, जिसमें उन पर तरनतारन उपचुनाव के लिए प्रचार करने से रोकने के लिए उनकी पार्टी के नेतृत्व और कार्यकर्ताओं के खिलाफ 'झूठी' प्राथमिकी दर्ज करने के लिए पुलिस का इस्तेमाल करने का आरोप लगाया था। शिअद ने अपने पार्टी कार्यकर्ताओं और नेताओं के खिलाफ कथित तौर पर कार्रवाई करने के लिए एसएसपी के खिलाफ धरना भी दिया था।
शिअद नेताओं ने दावा किया कि उपचुनाव से पहले पुलिस अधिकारियों ने तरनतारन के पार्टी कार्यकर्ताओं और नेताओं को जबरन हिरासत में लिया था। उन्होंने आरोप लगाया कि उम्मीदवार सुखविंदर कौर रंधावा, उनके परिवार के सदस्यों और शिअद समर्थकों को निशाना बनाने के लिए सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग किया जा रहा है।
श्री बादल ने आरोप लगाया कि सुखविंदर कौर और उनकी पुत्री कंचनप्रीत कौर पर 'निगरानी गतिविधियां' कीजा रही थीं। उन्होंने दावा किया कि हाल ही में सादे कपड़ों में दो पुलिसकर्मी कंचनप्रीत कौर का पीछा करते हुए पकड़े गये और बाद में उन्होंने खुद को पुलिस की अपराध जांच एजेंसी (सीआईए) का सदस्य बताया। बैठक के बाद, मुख्य चुनाव अधिकारी ने शिकायत चुनाव आयोग को भेज दी, जिसके बाद एसएसपी को निलंबित कर दिया गया।
चुनाव आयोग के फैसले का स्वागत करते हुए, श्री बादल ने कहा, "ग्रेवाल तरनतारन उपचुनाव में आम आदमी पार्टी की पोलिंग एजेंट के रूप में काम करके चुनावी माहौल खराब कर रही थीं। वह अकाली नेताओं और उसके कार्यकर्ताओं के खिलाफ झूठे मामले दर्ज करवा रही थीं। उन्हें हिरासत में लेकर धमका रही थीं।"श्री बादल ने अकाली दल की शिकायत पर तुरंत कार्रवाई करने और मामले की सूचना चुनाव आयोग को देने के लिए चुनाव पर्यवेक्षक का धन्यवाद किया।
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