पटना , नवंबर 26 -- बिहार जनता दल यूनाईटेड (जदयू) के अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा ने बुधवार को कहा कि चीनी मिलों के पुनरुद्धार से किसानों को आर्थिक मजबूती और युवाओं को रोजगार के नए अवसर मिलेंगे।

श्री कुशवाहा ने बयान जारी कर कहा कि नीतीश सरकार द्वारा नौ पुराने चीनी मिलों के पुनरुद्धार और 25 नई चीनी मिलों को चरणबद्ध तरीके से स्थापित करने का निर्णय सराहनीय है। उन्होंने कहा कि इस महत्वाकांक्षी योजना के लिए नीति निर्धारण और विस्तृत कार्ययोजना तैयार करने के लिये एक उच्च स्तरीय कमिटी का गठन किया जा रहा है, जिससे कार्य तेज़ी और पारदर्शिता के साथ आगे बढ़ सके।

जदयू प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की यह सार्थक पहल बिहार के आर्थिक विकास को नई गति देगी। इससे औद्योगिक क्रांति का एक नया मार्ग प्रशस्त होगा। किसानों को प्रत्यक्ष लाभ मिलेगा और प्रदेश के युवाओं के लिए बड़े पैमाने पर रोजगार के अवसर सृजित होंगे।

श्री कुशवाहा ने कहा कि एक समय बिहार को ''चीनी का कटोरा'' कहा जाता था। उन्होंने कहा कि देश की करीब 40 फ़ीसदी चीनी का उत्पादन बिहार में होता था, लेकिन कांग्रेस-राष्ट्रीय जनता दल (राजद) की सरकारों की निष्क्रियता और विफलता के कारण एक-एक कर चीनी मिल बंद हो गये।

जदयू अध्यक्ष ने कहा कि चीनी उत्पादन के क्षेत्र में बिहार अपनी पुरानी ख्याति को पुनः प्राप्त करने की दिशा में मजबूती से आगे बढ़ रहा है और आने वाले वर्षों में इसका सकारात्मक असर स्पष्ट रूप से दिखाई देगा। उन्होंने कहा कि श्री कुमार की कार्यशैली सदैव ऐसी रही है कि वह जो कहते हैं, उसे पूरा भी करते हैं। इसलिए चीनी मिलों के संबंध में उनका यह संकल्प भी निश्चित रूप से साकार होगा।

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