पटना , दिसंबर 10 -- सुप्रसिद्ध लेखक प्रो. नरेंद्र नाथ पांडे ने बुधवार को कहा कि चित्रगुप्त बिहार की मिट्टी से जुड़े ऐसे कर्मठ और समर्पित संगीतकार थे, जिन्होंने लता मंगेशकर और मोहम्मद रफी समेत कई गायकों से भोजपुरी में गाने गवाये।
प्रो. पांडे ने पटना पुस्तक मेले में आयोजित सिनेमा उनेमा महोत्सव में 'संगीतकार चित्रगुप्त का सिनेमा जगत में योगदान' विषय पर आयोजित व्याख्यान को संबोधित करते हुये कहा कि अपने समकालीन संगीतकारों की फीस के मुकाबले एक चौथाई फीस में काम करने वाले चित्रगुप्त ने एक से बढ़कर एक कालजई धुनों की रचना की। यह कला के प्रति उनका समर्पण दिखाता है।
प्रो. पांडेय ने चित्रगुप्त के सिनेमाई जीवन यात्रा के बारे में प्रकाश डालते हुए नितिन बोस, एचपी विश्वास, एसएन त्रिपाठी आदि के साथ उनकी संगीत यात्राओं के दिलचस्प संस्मरण साझा किए। इस अवसर पर उन्होंने चित्रगुप्त पर दो खंडों में प्रकाशित 'चल उड़ जा रे पंछी' शीर्षक वाली अपनी पुस्तक की झलक भी दिखाई।
व्याख्यान के बाद किशोर सिन्हा की डॉक्यूमेंट्री सर्वप्रिय सत्यनारायण और पितृपक्ष का प्रदर्शन किया गया।
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