चित्तौड़गढ़ , दिसम्बर 02 -- राजस्थान में चित्तौड़गढ़ जिले में पुलिसिंग एवं समाज कल्याण से जोड़ने और सकारात्मक गतिविधियों को बढावा देने के उद्देश्य से जिला पुलिस ने अनूठी पहल करते हुए युवाओं की ''मेवाड़ युवा शक्ति'' नाम से सामुदायिक सम्पर्क समूह (सीएलजी) का गठन किया है।
पुलिस अधीक्षक मनीष त्रिपाठी ने मंगलवार को बताया कि सामाजिक जागरूकता के तहत युवा स्कूल, कॉलेज में नशा मुक्ति महिला सुरक्षा यातायात नियम आदि पर जन जागरण, साइबर साक्षरता कार्यशालाएं, डिजिटल सुरक्षा, ऑनलाइन धोखाधड़ी से बचाव, सामाजिक समरसता, लैंगिक संवेदनशीलता एवं विधिक जागरूकता का प्रचार करेंगे।
उन्होंने बताया कि खेल प्रतियोगिता, सांस्कृतिक कार्यक्रम स्वच्छता अभियान, वृक्षारोपण, यातायात ड्यूटी में सहभागिता, संदिग्ध गतिविधियों की सूचना देना एवं सामुदायिक निगरानी में सहयोग करना, त्योहारों, रैलियों एवं सार्वजनिक आयोजनों में भीड़ प्रबंधन में सहयोग, आपदा या आपात स्थिति में प्राथमिक प्रतिक्रिया दल के रूप में कार्य एवं वृद्ध जनों की सहायता में पुलिस का सहयोग करेंगे।
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सरिता सिंह ने बताया कि जिला स्तर पर एक महिला सहित 51 सदस्यों का चयन किया गया है और थाना स्तर पर 755 सदस्यों का चयन किया गया है। जिले के कुल 806 युवाओं को इस संगठन से जोड़ा गया है। 18 से 30 वर्ष तक की उम्र के युवक-युवतियां इसके सदस्य बने हैं।
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