नयी दिल्ली , नवंबर 13 -- अमेरिका में ट्रंप प्रशासन द्वारा 50 प्रतिशत आयात शुल्क लगाने के बावजूद चालू वित्त वर्ष में भारती का सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) 6.4 प्रतिशत की दर से बढ़ेगा और अगले वित्त वर्ष में वृद्धि दर बढ़कर 6.5 प्रतिशत पर पहुंच जायेगी।

मूडीज़ रेटिंग्स की गुरुवार को जारी रिपोर्ट में यह बात कही गयी है। इसमें कहा गया है कि भारत निर्यात में विविधता लाकर अमेरिकी आयात शुल्क का समाना करेगा और अगले दो साल तक जी-20 देशों में सबसे तेजी से बढ़ने वाली अर्थव्यवस्था बना रहेगा।

मूडीज ने अपनी ग्लोबल मैक्रो आउटलुक रिपोर्ट 2026-27 में कहा, "कुछ उत्पादों पर 50 प्रतिशत अमेरिकी आयात शुल्क का सामना कर रहे भारतीय निर्यातक निर्यात किये जाने वाले देशों में विविधता लाने में सफल रहे हैं। सितंबर में उनका कुल निर्यात 6.75 प्रतिशत बढ़ा। यह अमेरिका को निर्यात में 11.9 प्रतिशत की गिरावट के बावजूद संभव हुआ।"रिपोर्ट में जीडीपी में स्थिर वृद्धि का श्रेय मौद्रिक नीति का रुख तटस्थ से नरम बनाये रखने और कम महंगाई दर को दिया गया है। इसमें कहा गया है कि भारतीय रिजर्व बैंक ने अक्टूबर में अपनी रेपो दर स्थिर रखी, जिससे पता चलता है कि वह मुद्रास्फीति कम होने और विकास दर मज़बूत होने के कारण नीतिगत मोर्चे पर सतर्क है।

वैश्विक जीडीपी के बारे में मूडीज ने अनुमान लगाया है कि यह साल 2026 और 2027 में क्रमशः 2.5 प्रतिशत और 2.6 प्रतिशत की दर से बढ़ेगा। यह विभिन्न क्षेत्रों में स्थिर लेकिन असमान विस्तार को दर्शाता है।

विकसित देशों के जीडीपी के 1.5 प्रतिशत की दर से बढ़ने की उम्मीद है, जबकि भारत के नेतृत्व में उभरते बाजारों की विकास दर लगभग चार प्रतिशत रहेगी।

मूडीज ने यूरोप में रोज़गार वृद्धि, वेतन स्थिरता और यूरोपीय केंद्रीय बैंक द्वारा मौद्रिक नीति में ढील के कारण मामूली सुधार का अनुमान व्यक्त किया है।

रिपोर्ट के अनुसार, चीन की अर्थव्यवस्था 2025 में पांच प्रतिशत की दर से बढ़ने की उम्मीद है। हालांकि अगले साल यह धीमी होकर 4.2 प्रतिशत हो जायेगी।

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