नई दिल्ली, सितंबर 27 -- दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा की नारकोटिक्स रोधी कार्य बल (एएनटीएफ) ने नशीले पदार्थों की तस्करी के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है। 'नशा मुक्त भारत अभियान' के तहत, पुलिस ने एक बड़े ड्रग्स सिंडिकेट के महत्वपूर्ण सदस्य और घोषित अपराधी समीर को गिरफ्तार किया है।
उपायुक्त अपराध शाखा संजीव कुमार यादव ने शनिवार को बताया कि यह सफलता नौ फरवरी को शुरू हुई एक विस्तृत जांच के बाद मिली है। इस दिन, एएनटीएफ टीम ने रिज़वान अहमद और आलम को दिल्ली के ताहिर पुर स्थित एक अस्पताल के पास से पकड़ा था। वे टोयोटा ग्लांज़ा कार से 147.6 किलोग्राम गांजा की एक बड़ी खेप आरोपी समीर को सौंपने की कोशिश कर रहे थे। बरामद गांजा का बाज़ार मूल्य चार करोड़ रुपये से अधिक आंकी गई थी।
पूछताछ में पता चला कि यह गाजा पश्चिम बंगाल के दिलीप रॉय से आया था और राहुल इसे ट्रेन से दिल्ली लाया था, जिसे बाद में गिरफ्तार किया गया था। इसके अलावा, एक अन्य मुख्य आरोपी साजिद अली को भी पकड़ा गया, जिसने गांजा खरीदने के लिए आर्थिक मदद दी थी। बाद में, नितीश खान को भी गांजा के साथ पकड़ा गया, जो रिज़वान अहमद के कहने पर आपूर्ति करता था।
अपराध शाखा की टीम लम्बे समय से फरार चल रहे समीर को गुप्त सूचना के आधार पर सफलतापूर्वक गिरफ्तार किया गया था। समीर ही बरामद गांजे का मुख्य प्राप्तकर्ता था और कोर्ट ने उसे भगोड़ा अपराधी घोषित किया था।
अपराध शाखा ने दोहराया है कि मादक पदार्थों की तस्करी के खिलाफ 'जीरो टॉलरेंस' की नीति जारी रहेगी और इस अवैध धंधे में शामिल सभी लोगों को जल्द ही न्याय के कटघरे में लाया जाएगा।
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