आज़मगढ़, दिसम्बर 10 -- उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ जिले में चर्चित रजनीश पांडेय उर्फ राजू हत्याकांड का हत्या के चार दिन बाद पुलिस ने आज खुलासा कर दिया । भूमि विवाद के मामले में हुई राजू की हत्या में पिता पुत्र सहित कुल चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने उनके पास उनके पास से घटना में प्रयुक्त तमंचा, कारतूस व अन्य साक्ष्य बरामद किए हैं।

अपर पुलिस अधीक्षक नगर मधुबन कुमार सिंह ने बताया कि वादी राघव पाण्डेय निवासी मार्रा कर्मनाथपट्टी ने बीते 6 दिसम्बर को कोतवाली थाने में तहरीर दी थी कि उनके पुत्र रजनीश पाण्डेय (45 वर्ष) का लगभग बीस वर्षों से नगीना सिंह,व उनके पुत्र इन्द्रसेन, भीमसेन, उग्रसेन निवासी पुरूषोत्तमपुर बनकट थाना मुबारकपुर तथा आज़म पुत्र अलीम निवासी दाऊदपुर बाघखालीस थाना जीयनपुर से तीन बीघा भूमि को लेकर गंभीर विवाद एवं मुकदमेबाजी चल रही थी। आरोपियों द्वारा कई बार जान से मारने की धमकी भी दी गई थी।

तारीख थी 6 दिसंबर और समय था 6:30 बजे सायं काल रजनीश अपने गांव से वापस लौट रहे थे,वह महिला अस्पताल में तैनात अपनी पत्नी के यहां जा रहे थे, तभी सिकरौड़ा पुलिया पर घात लगाए बैठे अभियुक्तों ने उन्हें रोक कर गोली मार दी, इलाज के दौरान उनकी मृत्यु हो गई। इस घटना में पुलिस मुकदमा दर्ज कर जांच कर रही थी । पुलिस टीम ने बीती को रात शिवालिक मेडिकल कॉलेज सिक्स लेन के पास से वांछित चार अभियुक्त नगीना उर्फ रामनगीना सिंह, इन्द्रसेन उर्फ संतोष सिंह, भीमसेन उर्फ गुलगुल सिंह और उग्रसेन उर्फ लाडो सिंह को गिरफ्तार कर लिया।

पूछताछ में सभी अभियुक्तों ने स्वीकार किया कि लंबे समय से चल रहे भूमि विवाद, लगातार मुकदमों और तनाव के चलते उन्होंने पूर्व-नियोजित षड्यंत्र के तहत सामूहिक रूप से रजनीश की हत्या की और गोली नगीना सिंह द्वारा चलाए जाने की बात सभी ने स्वीकार की है।

हिंदी हिन्दुस्तान की स्वीकृति से एचटीडीएस कॉन्टेंट सर्विसेज़ द्वारा प्रकाशित