चम्पावत , अक्टूबर 03 -- मुख्यमंत्री की विधानसभा चंपावत और लोहाघाट को माॅडल विधानसभा बनाने के लिए बनायी जा रही महायोजना-2041 (मास्टर प्लान) अंतिम चरण में है। इस पर जल्द ही जनता के सुझाव लिए जायेंगे।

जिलाधिकारी मनीष कुमार ने शुक्रवार को महायोजना की समीक्षा करते हुए कहा कि चम्पावत और लोहाघाट को टि्वन सेटलमेंट के रूप में विकसित किया जाएगा, जहां विकास के साथ-साथ पर्यावरण, संस्कृति और आर्थिक समृद्धि पर विशेष ध्यान दिया जाएगा जिससे योजनाओं का सुचारू क्रियान्वयन हो और संसाधनों की बर्बादी रोकी जा सके।

बैठक में यह भी बताया गया कि मास्टर प्लान अब अपने अंतिम चरण में है। इसके बाद इसे विभिन्न विभागों को टिप्पणियों हेतु भेजा जाएगा और उसके बाद जनता से सुझाव लिए जाएंगे ताकि योजना अधिक समावेशी और प्रभावी हो।

उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि मास्टर प्लान पूरी तरह स्थानीय जरूरतों के आधार पर तैयार किया जाए। खासकर सड़क चौड़ीकरण, ड्रेनेज, सीवर प्रबंधन, ठोस अपशिष्ट प्रबंधन, पार्क, बाढ़ नियंत्रण, रोजगार सृजन, वृक्षारोपण और अमृत सरोवर जैसी परियोजनाओं को इसमें शामिल किया जाए।

जिलाधिकारी ने स्पष्ट किया कि यह योजना केवल शहरी विकास तक सीमित नहीं रहेगी बल्कि ग्रामीण-शहरी समावेशिता, पर्यावरणीय संतुलन और सामाजिक समृद्धि का आधार भी बनेगी।

बैठक में अपर जिलाधिकारी जयवर्शद्धन, लोहाघाट के उपजिलाधिकारी नितेश डांगर, स्कूल ऑफ़ प्लानिंग एंड आर्किटेक्चर के प्रतिनिधियों के साथ ही विशेषज्ञ उपस्थित रहे।

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