चंपावत , दिसंबर 20 -- उत्तराखंड की चंपावत पुलिस ने 14 लाख रुपये की केबल चोरी के मामले का खुलासा करते हुए अंतर्राज्यीय गिरोह के तीन सदस्यों को गिरफ्तार किया है। आरोपी कई जगह घटनाओं को अंजाम दे चुके हैं।
पुलिस अधीक्षक (एसपी) अजय गणपति ने शनिवार को इस मामले का खुलासा करते हुए बताया कि 15 दिसंबर को पुलिस को केबल चोरी के संबंध में शिकायत मिली। जेएस इंटरप्राइजेज के मालिक वासुदेव चिलकोटी की ओर से तहरीर देकर कहा गया कि उनकी फर्म प्रदेश में बिजली के तारों को बंच केबल में परिवर्तित करने का काम करती है।
इन दिनों चंपावत के पंचेश्वर क्षेत्र में बिजली के तारों को परिवर्तित किये जाने का कार्य चल रहा है। चार से आठ दिसंबर के मध्य पंचेश्वर कोतवाली के खालगडा क्षेत्र से 14 लाख रुपये मूल्य के केबल के चार ड्रम चोरी हो गये। उन्होंने बताया कि पंचेश्वर कोतवाली में मामला दर्ज कर प्रकरण के खुलासा करने के लिये तीन टीमें गठित की गयी।
इन तीन टीमों में एसओजी प्रभारी कमलेश भट्ट के साथ ही उप निरीक्षक दीवान सिंह बिष्ट और हेमंत कठैत को शामिल किया गया। टीम ने 30 से अधिक सीसीटीवी को खंगाला। काफी मशक्कत के बाद आखिरकार शुक्रवार रात को अंतर्राज्यीय चोर गिरोह के तीन सदस्यों शिवम कुमार, निशांत कुमार और प्रदीप कुमार को गिरफ्तार किया है जो उत्तरप्रदेश में अमरोहा के रजबपुर के रहने वाले हैं।
शिवम और निशांत दोनों सहोदर भाई हैं। आरोपियों की निशानदेही पर टनकपुर के किरोड़ा पुल के पास जंगल से चार ड्रम के बरामद कर लिये गये। आरोपियों ने अपना जुर्म कुबूल करते हुए बताया कि दोनों भाई लोहाघाट में बिजली की लाइन बिछाने का काम करते हैं जबकि प्रदीप कोचिंग सेंटर चलाता है।
शिवम शराब पीने का आदि है और पैसे की तंगी के चलते तीनों ने केबल चुराने की योजना बनायी। पांच दिसंबर की रात को तीनों ने केबल के ड्रम चोरी कर लिये और सात दिसंबर की रात को तीनों लोहाघाट से अमरोहा के लिये निकले लेकिन ककरालीगेट पर जांच के चलते चोरी के माल को आगे नहीं ले जा सके और किरोड़ा पुल के नीचे जंगल में छिपा दिया।
तीनों कार से कल लोहाघाट की ओर से आ रहे थे। इसी दौरान पुलिस ने तीनों को गिरफ्तार कर लिया। आरोपियों के खिलाफ अपराध की धाराओं में वृद्धि की गयी है। पुलिस को जांच में यह भी पता चला है कि आरोपी अन्य जगहों में भी इस प्रकार की घटना को अंजाम दे चुके हैं।
पुलिस सब मामलों की जानकारी जुटा रही है। आरोपियों को अदालत में पेश करने के बाद जेल भेज दिया गया है।
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