चंडीगढ़ , नवंबर 25 -- चंडीगढ़ के डिप्टी कमिश्नर(डीसी) निशांत कुमार यादव ने बताया कि शहर में कई इमीग्रेशन कंपनियाँ संचालित हो रही हैं, जिनमें से अधिकांश ने लाइसेंस के लिए आवेदन किया हुआ है। उन्होंने कहा कि अब तक करीब 45 इमीग्रेशन कंपनियों को ही लाइसेंस जारी किए गए हैं, जबकि शेष आवेदनों की जांच प्रक्रिया जारी है।

डीसी ने एसडीएम को स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि बाकी कंपनियों के दस्तावेज़ों की जांच जल्द से जल्द पूरी की जाए, क्योंकि चंडीगढ़ में इमीग्रेशन फ्रॉड के मामले लगातार बढ़ रहे थे। प्रशासन का प्रयास है कि केवल पात्र और विश्वसनीय कंपनियों को ही लाइसेंस दिया जाए।

इसके साथ ही डीसी निशांत कुमार यादव ने बताया कि शहर के कई क्षेत्रों में अवैध कब्जे (एन्क्रोचमेंट) हटाए गए हैं, और आने वाले दिनों में भी ऐसी कार्रवाई जारी रहेगी। उन्होंने कहा कि जहां-जहां अवैध कब्जे पाए जाएंगे, वहां प्रशासन सख्त कदम उठाएगा।

डीसी ने धनास की मार्बल मार्केट का मुद्दा भी उठाया और कहा कि इसे जल्द ही मौजूदा स्थान से शिफ्ट किया जाएगा। इसके अलावा सेक्टर-50 में बनी एक समिति में भी अवैध कब्जे की शिकायतें मिली हैं, जहाँ निकट भविष्य में कार्रवाई की संभावना है।

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