भोपाल , अक्टूबर 29 -- मध्यप्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने कहा कि "आज की स्थिति यह है कि शहरों में लोग कुत्ता-बिल्ली पाल सकते हैं, लेकिन गाय नहीं पाल सकते।" वे बुधवार को भोपाल के अयोध्या बायपास स्थित दशहरा मैदान पर गो संवर्धन संकल्प सभा को संबोधित कर रही थीं। इस अवसर पर उन्होंने गोपाष्टमी पर्व पर गो पूजन, कन्या पूजन और गो स्तुति वाचन के साथ गो संवर्धन अभियान की औपचारिक शुरुआत की। सभा में पर्यटन मंत्री धर्मेन्द्र सिंह लोधी, विधायक वीरेन्द्र सिंह लंबरदार, प्रीतम लोधी, पूर्व विधायक प्रद्युम्न सिंह लोधी, डॉ. शिशुपाल यादव और नरेन्द्र बिरथरे सहित अनेक जनप्रतिनिधि उपस्थित रहे।

उमा भारती ने कहा कि "गंगा और गो संवर्धन का कार्य निरंतर जारी रहेगा और इसमें आम जनता की सहभागिता आवश्यक है।" उन्होंने सुझाव दिया कि लाड़ली बहनों को एक-एक गाय दी जानी चाहिए ताकि ग्रामीण अर्थव्यवस्था सशक्त हो सके। उन्होंने कहा कि "शहरों में कुत्ता-बिल्ली पालने की अनुमति है, लेकिन गाय पालने पर रोक है, जो दुर्भाग्यपूर्ण है।"उन्होंने सरकार से आग्रह किया कि हाईवे और प्रमुख सड़कों पर फेंसिंग (बाड़बंदी) की जाए ताकि गायें सड़क पर न आएं। साथ ही बंजर भूमि पर गोचर (चारागाह) विकसित किए जाएं। उन्होंने बताया कि इस अभियान के तहत अशोक त्रिपाठी के नेतृत्व में गोवंश आधारित कृषि प्रशिक्षण कार्यक्रम आगामी डेढ़ वर्ष तक निरंतर चलेंगे।

सभा में गो पालन, गोचर भूमि संरक्षण, गोवंश आधारित खेती, गोशालाओं के आधुनिकीकरण, दूध आधारित ग्रामीण उद्योगों और "हर किसान के पास एक गाय" जैसे 11 प्रस्ताव पारित किए गए, जिन्हें राज्य और केंद्र सरकार को भेजा जाएगा।

सभा में उपस्थित लोगों की भारी भीड़ को संबोधित करते हुए उमा भारती ने कहा - "देश के नेताओं का गाय और गंगा के प्रति समर्पण जरूरी है। जब तक गौ संवर्धन नहीं होगा और गंगा निर्मल नहीं होगी, तब तक राम का काम अधूरा रहेगा।"उन्होंने घोषणा की कि वे 2029 के लोकसभा चुनाव में हिस्सा लेंगी ताकि गंगा और गोवंश से जुड़े कार्यों को और प्रभावी रूप से आगे बढ़ा सकें। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि 4 नवंबर से प्रयागराज में गंगा अभियान की शुरुआत की जाएगी। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अपील की कि गो और गंगा संवर्धन का यह कार्य अपने हाथों से पूरा करें।

हिंदी हिन्दुस्तान की स्वीकृति से एचटीडीएस कॉन्टेंट सर्विसेज़ द्वारा प्रकाशित