गोपालगंज , दिसंबर 14 -- बिहार में गोपालगंज जिले की सासामुसा चीनी मिल के पुनः संचालन और गन्ना किसानों के बकाया भुगतान की मांग को लेकर किसानों का आंदोलन तेज हो गया है।
कुचायकोट किसान संघर्ष मोर्चा के बैनर तले रविवार को मिल परिसर में एकदिवसीय धरना- प्रदर्शन किया गया, जबकि सोमवार से मिल गेट पर अनिश्चितकालीन धरना शुरू करने का ऐलान किया गया है।
धरना स्थल पर जुटे किसानों ने कहा है कि सासामुसा चीनी मिल जिले के आधा दर्जन से अधिक प्रखंडों के किसानों की आर्थिक रीढ़ रही है। वर्ष 2018 में मिल में हुई दुर्घटना के बाद से इसका संचालन बंद है, जिससे गन्ना किसानों की आर्थिक स्थिति लगातार बिगड़ती चली गई है। मिल बंद होने के कारण गन्ने की खेती का रकबा घटा है और किसानों को मजबूरी में बिचौलियों के हाथों कम दाम पर गन्ना बेचना पड़ रहा है या दूर की मिलों तक गन्ना ले जाना पड़ रहा है।
किसानों ने आरोप लगाया है कि मिल बंद होने के बाद जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों की ओर से शीघ्र पुनः संचालन का आश्वासन दिया गया था, लेकिन सात वर्षों बाद भी कोई ठोस पहल नहीं हुई है। हाल में मिल की नीलामी की सूचना से किसानों में नाराजगी और बढ़ गई है।
किसान संघर्ष मोर्चा के मोहम्मद तौहीद ने कहा कि जब तक सरकार सासामुसा चीनी मिल के पुनः संचालन और बकाया भुगतान को लेकर ठोस निर्णय नहीं लेती, तब तक अनिश्चितकालीन धरना जारी रहेगा। धरना- प्रदर्शन में बड़ी संख्या में किसान और स्थानीय जनप्रतिनिधि मौजूद रहे।
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