गोण्डा , दिसम्बर 12 -- श्री सीताराम पंचवटी चकाचक आश्रम के संचालक एवं विख्यात कथावाचक पं.रविशंकर महाराज गुरुभाई ने सरकार से बहराइच में गाज़ी सैय्यद सालार मसऊद की दरगाह क़ो सूर्यकुंड बताते हुये ध्वस्त कर हटाने की मांग की है। कथावाचक ने पत्रकारों से कहा कि जिस प्रकार दरगाह मेले को पाबंद किया गया हैं उसी प्रकार आक्रांता गाज़ी की कलंकित दरगाह को तत्काल हटा देना चाहिये।
उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल में बाबर नाम पर जिस प्रकार मस्जिद की नींव रखी गयी इसके राष्ट्र के हिन्दू जनमानस को जागृत होने का अवसर बढ़ गया हैं। किसी भी धर्मगुरु को किसी मजहब या समुदाय विशेष से कोई परहेज नहीं हैं लेकिन आक्रांताओं के नाम पर मस्जिद की नींव रखना नयी परंपरा को जन्म देने के साथ निंदनीय कार्य हैं।
गुरुभाई ने बहराइच कांड में दोषियों को मिली सजा के लिये न्यायालय के फैसले का स्वागत करते हुये योगी सरकार की पैरवी की सरहाना की। उन्होंने कहा कि देश की खुली बाह्य सीमाओं पर घुसपैठ को सक्रियता से सरकार को रोकने के साथ सरकारी संस्थाओं को चोरी छिपे रह रहें अनाधिकृत गैर हिन्दू परिवारों को वापस उनके देश भेजने का अभियान चलाना चाहिये। उन्होंने भारत -नेपाल सीमा का जिक्र करते हुये दावा किया कि सीमाक्षेत्रों में ईसाई सिंडिकेट सक्रिय होकर हिन्दुओं के गरीब परिवारों का धर्मांतरण करा रहा हैं।
उन्होंने बताया कि आश्रम परिवार द्वारा सीमाक्षेत्रों में संस्कार शालाओं को संचालित कर भटके हिन्दू परिवारों को मुख्य धारा से पुनः जोड़ने का कार्य किया जा रहा हैं।
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