जालंधर , दिसंबर 01 -- सिख सद्भावना दल और संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) के नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल ने सोमवार को शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) के प्रकाशन विभाग से श्री गुरु ग्रंथ साहिब के 328 पावन स्वरूपों के लापता होने का मामला गंभीरता से उठाया और कहा कि सात दिसंबर को अमृतसर में इस मामले को लेकर विशाल प्रदर्शन किया जाएगा।
यहां एक प्रेस सम्मेलन में जगजीत सिंह डल्लेवाल ने कहा कि एसजीपीसी ने इतने गंभीर धार्मिक मुद्दे के बावजूद अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया है। उन्होंने इस मामले में पंजाब के पुलिस महानिदेशक से निष्पक्ष जांच की मांग की। उन्होंने कहा सात दिसंबर तक पुलिस प्रशासन की ओर से ठोस कदम न उठाए गया तो सात तारीख के बाद प्रदर्शन किया जाएगा। उन्होंने चेतावनी दी कि श्री गुरु ग्रंथ साहिब के पावन स्वरूपों के साथ छेड़छाड़ या उन्हें बदलने की कोई भी योजना भविष्य में गंभीर खतरा साबित हो सकती है।
प्रेस वार्ता में उपस्थित बलदेव सिंह वडाला ने आरोप लगाया कि जब कुछ लोग इस मामले में न्याय की मांग कर रहे थे, तो प्रशासन ने उनके खिलाफ कार्रवाई की, उन पर मुकदमे दर्ज किये गये और प्रदर्शनकारियों से मारपीट भी करवाई गयी। उन्होंने 24 अक्टूबर 2020 की घटना का विशेष तौर पर जिक्र किया। श्री डल्लेवाल ने बताया कि किसानों के आंदोलन के दौरान अपने अनशन के समय उन्होंने संकल्प लिया था। कि यदि वे जीवित लौटे तो इस मुद्दे को पुनः उठाएंगे। उन्होंने कहा कि यदि उच्च न्यायालय के आदेशों के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं हो रही है तो यह बेहद चिंताजनक है। उन्होंने यह भी बताया कि इस मामले को लेकर भाजपा नेताओं से मिलने की कोशिश की गयी, लेकिन उन्हें समय नहीं दिया गया।
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