श्री आनंदपुर साहिब , नवंबर 24 -- पंजाब के वित्त मंत्री एडवोकेट हरपाल सिंह चीमा ने श्री आनंदपुर साहिब में भाई जैता जी स्मारक पर सोमवार को बुलाये गये पंजाब विधान सभा के ऐतिहासिक विशेष सत्र को संबोधित करते हुए नौवें पातशाह श्री गुरु तेग़ बहादुर जी के 350वें शहीदी दिवस पर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की।
'रंगरेटा गुरु का बेटा' भाई जैता जी को समर्पित इस स्थान से संबोधन करते हुए वित्त मंत्री ने गुरु साहिब की अनुपम शहादत को मानव इतिहास में सर्वोच्च बताया और कहा कि गुरु साहिब ने दूसरे धर्म और मानव अधिकारों की रक्षा के लिए अपना सर्वस्व न्योछावर कर दिया। उन्होने सिख इतिहास में बलिदान की अनुपम परंपरा का जिक्र करते हुए श्री गुरु अर्जन देव जी से शुरू होकर चार पीढ़ियों तक चले बलिदानों को याद किया, जिसमें गुरु अर्जुन देव जी के बाद श्री गुरु तेग़ बहादुर जी, श्री गुरु गोबिंद सिंह जी, माता गुजरी जी और चार साहिबजादों ने अपनी शहादत दी। उन्होंने कहा कि दुनिया के किसी भी इतिहास में अभी तक ऐसा इतिहास नहीं पढ़ा जिसमें शांति, एकता और सभी धर्मों के सम्मान के लिए इतनी कुर्बानियां दी गई हों। उन्होंने कहा कि गुरु साहिब ने विश्व बंधुत्व का संदेश देते हुए अत्याचार के सामने डटकर मुकाबला किया और उनका यह संदेश आज भी मानवता के लिए प्रकाश-स्तंभ बना हुआ है।
देश के मौजूदा हालात पर बोलते हुए वित्त मंत्री ने देश के विभिन्न हिस्सों में बढ़ रही नफरत और लोकतांत्रिक मूल्यों पर हो रहे हमलों पर गहरी चिंता जताई। मणिपुर और उत्तर प्रदेश में हिंसा के अन्य वक्ताओं द्वारा दिए गए हवालों का जिक्र करते हुए उन्होंने जातीय आधार पर हो रहे अत्याचारों को उजागर किया।
श्री चीमा ने कहा कि पंजाब को भी सुनियोजित तरीके से निशाना बनाया जा रहा है, जिसमें प्रदेश की कृषि, शिक्षा व्यवस्था और दरियाओं के पानी पर डाका डालने की संकुचित चालें शामिल हैं। उन्होंने राजधानी चंडीगढ़ पर पंजाब के दावे संबंधी हाल ही में उठ रही चुनौतियों का भी हवाला दिया।
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