जौनपुर , अक्टूबर 06 -- उत्तर प्रदेश की राज्यपाल एवं विश्व विद्यालयों की कुलाधिपति आनंदीबेन पटेल ने सोमवार को कहा कि शिक्षा तभी सार्थक होती है, जब विद्यार्थी गुरु के पास बैठकर कक्षा में संवाद करें। इसी को ध्यान में रखते हुए 75 फीसदी उपस्थिति अनिवार्य की गई है और इसका कड़ाई से पालन विश्वविद्यालयों को करना होगा।
वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के 29 वें दीक्षांत समारोह में श्रीमती पटेल ने स्नातक एवं स्नातकोत्तर के 79 मेधावियों को 80 स्वर्णपदक प्रदान किया, साथ ही 445 शोधार्थियों को पी.एचडी.और दो को डीलिट की उपाधि दीगई । इस वर्ष विभिन्न पाठ्यक्रमों में स्नातक औरपरास्नातक के 80141 विद्यार्थियों को डिग्री प्रदान की गई।
कुलाधिपति ने शिक्षकों से आह्वान करते हुए कहा कि वे विद्यार्थियोंकी शिक्षा के साथ-साथ चरित्र निर्माण भी करें। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालयों में रिसर्च गंभीरता के साथ होना चाहिए, क्योंकि रिसर्च ही देश और समाज के लिए उपयोगी होता है, इसके लिए शिक्षक और विद्यार्थी दोनों में जज्बा होना जरूरी है।
हिंदी हिन्दुस्तान की स्वीकृति से एचटीडीएस कॉन्टेंट सर्विसेज़ द्वारा प्रकाशित