चंपावत/नैनीताल , नवम्बर 05 -- उत्तराखंड के राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (अप्रा) ने बुधवार को श्री गुरु नानक देव जी के प्रकाश पर्व के पावन अवसर पर चंपावत स्थित गुरुद्वारा श्री रीठा साहिब में मत्था टेका और अरदास की।
उन्होंने इस मौके पर कहा कि गुरु नानक देव जी की जयंती के पावन अवसर पर रीठा साहिब की पवित्र धरती पर पहुंचना उनके लिए सौभाग्य और प्रेरणादायक क्षण है। उन्होंने कहा कि ''गुरु नानक देव जी के चरणों की यह भूमि दिव्यता और आत्मिक शांति से परिपूर्ण है। यहाँ आकर मन को अलौकिक शांति की अनुभूति होती है।''राज्यपाल ने कहा कि यह तीर्थस्थल न केवल सिख धर्म के अनुयायियों के लिए, बल्कि समूची मानवता के लिए एक आध्यात्मिक प्रेरणा केंद्र है। गुरु नानक देव जी ने अपने उपदेशों के माध्यम से मानवता, समानता और सेवा का जो संदेश दिया, वह आज भी समाज को प्रकाशमान कर रहा है। उन्होंने कहा कि ''नाम जपो, किरत करो और वंड छको'' का उनका सिद्धांत मानव जीवन का आधार है, जो सत्य, ईमानदारी, परिश्रम और परस्पर सहयोग का प्रतीक है।
उन्होंने कहा कि देवभूमि उत्तराखण्ड सिख धर्म के पवित्र तीर्थ स्थलों से सुसज्जित है और रीठा साहिब उनमें प्रमुख स्थान रखता है। गुरु नानक देव जी की शिक्षाएं न केवल सिख समाज के लिए बल्कि सम्पूर्ण मानवता के लिए प्रेरणास्रोत हैं। उनके जीवन से हमें प्रेम, सहिष्णुता, समरसता और भाईचारे की प्रेरणा मिलती है।
उन्होंने प्रदेशवासियों से आह्वान किया कि सभी लोग गुरु नानक देव जी की शिक्षाओं से प्रेरणा लेकर समाज के निर्माण में अपना योगदान दें।
इस दौरान बाबा श्याम सिंह (प्रबंधक), जिलाधिकारी मनीष कुमार, पुलिस अधीक्षक श्री अजय गणपति, मुख्य विकास अधिकारी डॉ. जी.एस. खाती समेत अनेक गणमान्य लोग उपस्थित रहे।
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