प्रयागराज , नवंबर 22 -- उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में सिखों के नौवें गुरु "गुरु तेग बहादुर साहिब" की 350 वीं शहादत शताब्दी इस वर्ष पूरे आस्था और श्रद्धा के साथ मनाई जा रही है। इस मौके पर महान शहीदी समागम का आयोजन भी किया जा रहा है।
महान शहीदी समागम का आयोजन श्री गुरु तेग बहादुर साहिब जी की तप स्थली गुरुद्वारा पक्की संगत अहियापुर में किया जाएगा। समागम रविवार 23 नवंबर से लेकर 25 नवंबर तक आयोजित किया जाएगा। श्री गुरु तेग बहादुर जी का प्रयागराज की धरती से गहरा नाता रहा है। उन्होंने अपने जीवन के छह माह नौ दिन परिवार के साथ यहीं पर तपस्या की थी।
श्री गुरु सिंह सभा प्रयागराज के अध्यक्ष हरजिंदर सिंह के मुताबिक हिंद की चादर के नाम से मशहूर सिखों के नौंवे गुरु "गुरु तेग बहादुर" ने मानवता की रक्षा के लिए अपनी शहादत दी थी। इसीलिए उन्हें हिंद का चादर के खिताब से नवाजा गया है। उन्होंने कहा है कि पूरे देश और दुनिया में श्री गुरु तेग बहादुर साहिब का शहीदी समागम 23 नवंबर से 25 नवंबर के बीच मनाया जा रहा है। प्रयागराज में भी भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया है। कार्यक्रमों की कड़ी में 23 नवंबर को गुरुद्वारा पक्की संगत अहियापुर से सुबह 10:00 बजे नगर कीर्तन शोभायात्रा निकाली जाएगी। शहर के विभिन्न क्षेत्रों से होते हुए शाम को वापस गुरुद्वारे में आकर समाप्त होगी। नगर कीर्तन में पंच प्यारों और गुरु ग्रंथ साहब की अगुवाई में शहर के गणमान्य नागरिक शामिल होंगे।
इस शोभायात्रा में देश-विदेश से आए हुए रागी जत्थे और कथा वाचक भी शिरकत करेंगे। 24 नवंबर को शाम छह बजे से रात 10:00 बजे तक गुरुद्वारा पक्की संगत अहियापुर में कार्यक्रम होगा। जिसमें देश-विदेश से आए रागी जत्थे और कथा वाचक गुरु ग्रंथ साहब की वाणी को लोगों तक पहुंचाएंगे। तीसरे और अंतिम दिन 25 नवंबर को भी गुरुद्वारा पक्की संगत अहियापुर में दिनभर कार्यक्रम चलेंगे। कीर्तन दरबार, कथा और गुरु तेग बहादुर साहिब के इतिहास के बारे में लोगों को जानकारी दी जाएगी। इस मौके पर रक्तदान शिविर और हेल्थ कैंप का आयोजन किया जाएगा। इसके बाद गुरु का अटूट लंगर बंटेगा।
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