अमृतसर , नवंबर 06 -- गुरु नानक देव विश्वविद्यालय, अमृतसर में कुलपति प्रो. करमजीत सिंह के संरक्षण में गुरुवार को आयोजित एक समारोह में, नौवें सिख गुरु के 350वें शहीदी वर्ष के उपलक्ष्य में एक महान श्रद्धांजलि के रूप में प्रतिष्ठित पुस्तक और वृत्तचित्र 'गुरु तेग बहादुर साहिब की आध्यात्मिक यात्रा' विश्वविद्यालय को भेंट की गयी।

प्रो. करमजीत सिंह ने इसे 'एक व्यापक उद्देश्य की सेवा का एक उत्कृष्ट उदाहरण' बताया, जो गुरु तेग बहादुर साहिब की दिव्य-धन्य यात्रा और उनके जीवन एवं शिक्षाओं के स्थायी, प्रेरणादायक प्रभाव को खूबसूरती से दर्शाता है। उन्होंने इस पुस्तक को नौवें सिख गुरु, जिन्हें धार्मिक स्वतंत्रता और मानवीय गरिमा की रक्षा में उनके सर्वोच्च बलिदान के लिए 'हिंद की चादर' कहा जाता है, के इतिहास, प्रेरणा और शाश्वत मूल्यों पर एक नयी अंतर्दृष्टि प्रदान करने वाला बताया।

कुलपति ने इस महान पुस्तक को सबसे उपयुक्त समय, 350वें शहीदी वर्ष, पर संकलित करने के लिए लेखिका, राज्य सूचना आयुक्त, पंजाब, हरप्रीत संधू के समर्पित प्रयासों की हार्दिक सराहना की। प्रो. सिंह ने घोषणा की कि यह पुस्तक गुरु तेग बहादुर साहिब की अद्वितीय विरासत के प्रति एक पवित्र श्रद्धांजलि होगी और अमृतसर के छात्रों, शिक्षकों और नागरिकों के लिए अत्यंत रुचिकर और मूल्यवान होगी। उन्होंने आश्वासन दिया कि विश्वविद्यालय वर्तमान और भावी पीढ़ियों को प्रेरित करने के लिए इसे अपने पुस्तकालयों और विभागों में सुलभ बनाएगा।

इससे पहले, लेखिका हरप्रीत संधू ने गुरु तेग बहादुर साहिब के पवित्र जन्मस्थान, गुरुद्वारा गुरु के महल में श्री गुरु ग्रंथ साहिब के चरणों में पुस्तक की पहली प्रति समर्पित की। हाल ही में पंजाब के राज्यपाल गुलाब चंद कटारिया द्वारा चंडीगढ़ स्थित राजभवन में विमोचित इस पुस्तक में राज्यपाल का संदेश, प्रो. प्रीतम सिंह (एमेरिटस प्रोफेसर, ऑक्सफोर्ड ब्रूक्स यूनिवर्सिटी, यूके) की प्रस्तावना, पद्मश्री भाई हरजिंदर सिंह श्रीनगर वाले का प्राक्कथन और शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष श्री हरजिंदर सिंह धामी का अभिवादन शामिल है।

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