नयी दिल्ली, सितंबर 26 -- राजधानी और एनसीआर में अपराधियों पर शिकंजा कसने के लिए पुलिस ने तड़के बड़ी कार्रवाई की है। शुक्रवार सुबह करीब साढ़े चार बजे गुरुग्राम के सेक्टर-99 में दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल और गुरुग्राम सीआईए सेक्टर-40 की संयुक्त टीम ने एक मुठभेड़ के बाद नजफगढ़ के चर्चित नीरज तेहलान हत्याकांड में वांछित दो बदमाशों को गिरफ्तार किया है।

अतिरिक्त आयुक्त प्रमोद सिंह कुशवाहा ने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों की पहचान मोहित जाखड़ (29) और जतिन राजपूत (21) के रूप में हुई है।

पुलिस अधिकारियों के मुताबिक आरोपियों ने घेराबंदी देखते ही गोलियां चलानी शुरू कर दी। उनकी ओर से चलाई छह राउंड गोलियों में से एक गोली हवलदार नारपत की बुलेटप्रूफ जैकेट पर लगी, जबकि दूसरी गोली एसआई विकास के बाएं हाथ में जा लगी। जवाबी फायरिंग में दोनों आरोपियों के पैर में गोली लगी है।

पुलिस ने उन्हें तुरंत काबू कर लिया और इलाज के लिए सेक्टर-10 सिविल अस्पताल, गुरुग्राम पहुंचाया। घायल पुलिसकर्मियों को भी अस्पताल में प्राथमिक उपचार कराया गया है।

दरअसल गत चार जुलाई को नजफगढ़ कारोबारी नीरज तेहलान की हत्या के बाद से दोनों आरोपी लगातार ठिकाने बदल रहे थे। लोकेशन बदलकर और फोन स्विच ऑफ रखकर ये पुलिस को चकमा देते रहे। पर दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल टीम ने तकनीकी निगरानी और मुखबिर तंत्र के जरिए इनकी मौजूदगी गुरुग्राम में पता लगा लिया। इसके बाद सेल और गुरुग्राम सीआईए ने संयुक्त ऑपरेशन चलाकर आज तड़के जाल बिछाया। जैसे ही आरोपी स्प्लेंडर मोटरसाइकिल पर दिखे, पुलिस ने घेर लिया।

पुलिस ने मौके से दो भरी हुई पिस्टल, पांच जिंदा कारतूस और एक स्प्लेंडर मोटरसाइकिल बरामद की है। फॉरेंसिक टीम हथियारों की जांच करेगी। बाइक के रजिस्ट्रेशन की भी पड़ताल चल रही है। अधिकारियों का कहना है कि जांच में यह पता लगाया जाएगा कि हत्या में इस्तेमाल हथियार यही थे या नहीं।

अतिरिक्त आयुक्त ने बताया कि हालांकि बदमाश बेहद खतरनाक और पेशेवर अपराधी हैं। गिरफ्तारी से बचने के लिए इन्होंने जानलेवा हमला किया था। लेकिन पुलिस की सतर्कता और तैयारी से बड़ा हादसा टल गया। बुलेटप्रूफ जैकेट ने हेड कांस्टेबल नारपत की जान बचा ली।

इलाज के बाद दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर दिल्ली लाया जाएगा और कोर्ट में पेश किया जाएगा। पूछताछ में हत्या की साजिश और सहयोगियों के बारे में सुराग मिलने की उम्मीद है। पुलिस का कहना है कि इस गैंग के बाकी सदस्यों पर भी शिकंजा कसने की तैयारी है।

अतिरिक्त आयुक्त ने कहा कि दिल्ली पुलिस का उद्देश्य संगठित अपराध पर सख्त कार्रवाई करना है। अपराधी कितने भी शातिर क्यों न हों, पुलिस उन्हें पकड़ने में सक्षम है। यह कार्रवाई हमारी टीम की सतर्कता और तकनीकी दक्षता का परिणाम है।

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