पालनपुर, सितंबर 26 -- 'वाइब्रेंट गुजरात, वाइब्रेंट बनासकाँठा' अंतर्गत जिला स्तरीय कार्यक्रम में राज्य सरकार व उद्योगपतियों के बीच शुक्रवार को कुल 283 करोड़ रुपए के लगभग छह एमओयू किए गए।
गुजरात में निवेश आकर्षित करने तथा रणनीतिक भागीदारी बनाने के लिए वाइब्रेंट गुजरात आयोजित किया जाता है, जो देश के अन्य राज्यों के लिए मॉडल बना है। इस वर्ष सरकार द्वारा वाइब्रेंट गुजरात रीजनल कॉन्फ्रेंसेज का आयोजन किया गया है, जिसके अनुसंधान में आज बनासकाँठा जिले में विधानसभा अध्यक्ष शंकरभाई चौधरी तथा उद्योग मंत्री बलवंतसिंह राजपूत की उपस्थिति में 'वाइब्रेंट गुजरात, वाइब्रेंट बनासकाँठा' अंतर्गत जिला स्तरीय कार्यक्रम आयोजित हुआ।
इस कार्यक्रम में मंच पर से 283 करोड़ रुपए के लगभग छह एमओयू किए गए, जिसमें सड़क एवं भवन विभाग-बनासकाँठा द्वारा एसपीजी इन्फ्राकॉन प्राइवेट लिमिटेड के साथ 210 करोड़ रुपए का एमओयू किया गया। सरकार के अलग-अलग विभागों के कुल 11 हेल्प डेस्क तथा औद्योगिक इकाइयों के मैन्युफैक्चरिंग प्रोडक्ट की प्रदर्शनी के लिए कुल 36 स्टॉल लगाए गए। विधानसभाध्यक्ष व महानुभावों ने इन स्टॉल का उद्घाटन कर निरीक्षण किया। इस अवसर पर उद्योग को समर्पित फिल्म का प्रदर्शन किया गया तथा महानुभावों के करकमलों से मंच पर से लाभार्थियों को विभिन्न लाभ वितरित किए गए।
विधानसभाध्यक्ष श्री चौधरी ने कार्यक्रम में उद्योगपतियों को संबोधित करते हुए कहा कि देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में आज देश वैश्विक स्तर पर शीर्षस्थ स्थान पर है। आयातकों व निर्यात बढ़ाने के लिए तथा उद्योगों को प्रोत्साहन देकर आज देश में अनेक सरल पॉलिसियाँ लागू की गई हैं। मेक इन इंडिया तथा मेड इन इंडिया जैसे अभियान देश के लोगों को निरंतर उद्योगों के लिए प्रोत्साहित कर रहे हैं। नागरिकों को स्वदेशी उत्पाद अपना कर देश के विकास में योगदान देना चाहिए। उन्होंने उपस्थितों से कहा कि कम्फर्ट जोन से बाहर आकर नए व्यवसाय-रोजगार करने की शुरुआत करनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि हमारा देश व्यवसाय-रोजगार के लिए विशाल मार्केट उपलब्ध कराता है। आज बनासकाँठा अनेक क्षेत्रों में राज्य में पहले स्थान पर है। जिले में मारबल, एग्रो, डेयरी सहित अनेक व्यवसाय अग्रसर बने हैं। उन्होंने प्रोडक्ट की वैल्यूएडिशन करके बिक्री करने का आह्वान किया। आज एआई तथा वर्चुअल दुनिया में ब्रैंडिंग व बिक्री करना आसान बना है। उन्होंने उपस्थितों के समक्ष बनास डेयरी का उदाहरण देते हुए कहा कि बनास डेयरी ने अनेक नए स्टार्टअप शुरू किए और पिछले 10 वर्ष में 23 हजार करोड़ रुपए का नेटवर्क बनाया है। बनासकाँठा में लगभग 28 लाख 50 हजार पशु हैं। बनास डेयरी ने पशु गोबर गैस आधारित लगभग पाँच सीएनजी पंप बनाए हैं। इससे पशुपालकों को भी गोबर से आय मिलने लगी है तथा पर्यावरण संरक्षण का कार्य भी हो रहा है। उन्होंने कहा कि किसी भी प्रोडक्ट की क्वालिटी बनाए रखना, नई खोजें करना व तकनीकें अपनाना, इनोग्रेशन करना जरूरी है। उन्होंने कहा कि आगामी समय में बनासकाँठा जिले में देश का सबसे बड़ा ब्रीडिंग सेंटर बनेगा।
उद्योग मंत्री श्री राजपूत ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री मोदी के दूरदर्शी नेतृत्व में वर्ष 2003 से शुरू हुए वाइब्रेंट गुजरात के माध्यम से देश में गुजरात को विकास की अग्रिम पंक्ति में लाने में सफलता मिली है। आज विश्व की 500 शीर्षस्थ कंपनियों में 100 कंपनियाँ गुजरात में आई हैं, जिनके जरिये स्थानीय लोगों को रोजगार के अवसर प्राप्त हुए हैं। प्रति व्यक्ति आय 18,753 रुपए से बढ़कर आज दो लाख 73 हजार रुपए हुई है। जीडीपी 8.4 प्रतिशत के साथ बढ़ रही है।
श्री राजपूत ने कहा कि हमारा देश अतीत में सोने की चिड़िया कहलाता था। उसी तर्ज पर देश को विश्व में अग्रिम पंक्ति में लाने के लिए प्रधानमंत्री और सरकार प्रतिबद्ध हैं। सरल उद्योग नीतियों से देश आज विश्व की चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था में शामिल हुआ है। युवाओं के स्किल डेवलपमेंट के लिए गुजरात में सर्वप्रथम स्किल यूनिवर्सिटी की शुरुआत की गई है। छोटे उद्योगकारों को प्रोत्साहन प्रदान करने के लिए राज्य सरकार विभिन्न योजनाओं का लाभ दे रही है। उन्होंने इस कॉन्फ्रेंस के लिए जिला प्रशासन को अभिनंदन दिया।
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