नयी दिल्ली , नवंबर 25 -- कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि गुजरात में ड्रग्स और शराब तस्करी पुलिस और नेताओं के गठजोड़ से फल फूल रही है लेकिन इस बुराई को नियंत्रित नहीं किया जा रहा है।
पार्टी ने दावा किया है कि पिछले चार साल में प्रदेश में करीब 16,000 करोड़ रुपये की ड्रग्स पकड़ी गयी लेकिन एक भी व्यक्ति को सजा नहीं हुई। पुलिस की इस लचर स्थिति तथा मिलीभगत का फायदा उठाकर तस्करों का कारोबार तेजी से फल फूल रहा है और उसे नियंत्रित नहीं किया जा रहा है।
कांग्रेस सेवादल के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालजी देसाई ने मंगलवार को यहां पार्टी मुख्यालय में संवाददाता सम्मेलन में कहा कि गुजरात में ड्रग्स तस्करी और भ्रष्टाचार का खतरनाक खेल चल रहा है और राज्य के गृह मंत्रालय के कारण अडानी पोर्ट से धड़ल्ले से नशीली दवाओं का बाजार फैल रहा है। ड्रग्स तस्करी को संरक्षण देने के लिए पुलिस तथा नेताओं की मिलीभगत का सनसनीखेज आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि गुजरात में पूर्ण शराबबंदी है इसके बावजूद अडानी के मुंद्रा पोर्ट से बड़े पैमाने पर ड्रग्स की खेप आ रही है लेकिन सरकार कार्रवाई करने की बजाय विरोध करने वालों को दबा रही है।
गुजरात में ड्रग्स के कारोबार के खुलासे पर कांग्रेस विधायक जिग्नेश मेवानी के निर्वाचन क्षेत्र वडगाम का उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि कुछ दिन पहले श्री मेवानी ने जनता के साथ मिलकर एक स्कूल के नजदीक चल रहे ड्रग्स के कारोबारी की दुकान पर 'जनता रेड' की और पुलिस को चेतावनी दी कि अगर ऐसी दुकानें चलती रहीं तो उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। इस पर राज्य के उपमुख्यमंत्री तथा गृह मंत्री ने तंज किया "अगर कोई पढ़ा-लिखा जनप्रतिनिधि कानून की बात करे तो चिंता मत करना, मैं बैठा हूं।"कांग्रेस नेता ने आरोप लगाया कि ज्यादातर बड़ी खेपें अडानी के मुंद्रा पोर्ट से पकड़ी जाती हैं, पर मालिक का कभी पता नहीं चलता। महाराष्ट्र और अन्य राज्यों से आने वाली शराब के 100 में से सिर्फ पांच ट्रकों को जानबूझकर पकड़ा जाता है ताकि पुलिस सक्रिय दिखे, बाकी को रिश्वत लेकर छोड़ दिया जाता है। इस तंत्र में गुजरात सरकार के बड़े नेता शामिल हैं, इसलिए जब कांग्रेस 'जन आक्रोश यात्रा' निकालती है तो गृह मंत्रालय पुलिसकर्मियों से ही आंदोलन करवाता है।
उन्होंने कहा, "गुजरात का गृह विभाग सबसे भ्रष्ट विभाग बन चुका है। बच्चों के भविष्य से खिलवाड़ करने वाले ड्रग्स माफिया को संरक्षण मिल रहा है, लेकिन आवाज उठाने वालों के खिलाफ पुलिस कार्रवाई कर दी जाती है।"कांग्रेस नेता ने कहा कि गुजरात में ड्रग्स और शराब माफिया के गठजोड़ के खिलाफ जनआंदोलन को और तेज किया जाएगा। पार्टी का कहना है कि गुजरात मॉडल की पोल खुल चुकी है और जनता ही अब इस भ्रष्ट तंत्र को बेनकाब करेगी।
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