अहमदाबाद , अक्टूबर 21 -- गुजरात में दिवाली के त्योहार पर 5,406 आपातकालीन चिकित्सा मामलों का 108 टीमों ने निपटारा किया, जो सामान्य दिनों की तुलना में 12.06 प्रतिशत अधिक है।
आधिकारिक सूत्रों ने मंगलवार को यहां बताया कि 108 आपातकालीन चिकित्सा सेवा (ईएमएस) ने दिवाली के त्योहार के दौरान पूरे गुजरात में सुचारु और कुशल संचालन सुनिश्चित किया, जिसमें 108 टीमों, क्षेत्रीय पर्यवेक्षकों, आपातकालीन प्रतिक्रिया अधिकारियों और सहायक कर्मचारियों के उत्साहजनक प्रयासों से इस दौरान पूरे राज्य में निर्बाध और प्रभावी आपातकालीन सेवायें प्रदान की गयी हैं।
दिवाली त्योहार की अवधि के दौरान कुल 5,406 आपातकालीन मामलों का निपटारा किया गया, जो सामान्य दिनों की तुलना में 12.06 प्रतिशत की वृद्धि है। आपातकालीन मामलों में उल्लेखनीय वृद्धि के बावजूद 108-ईएमएस टीम ने इनका सफलतापूर्वक संचालन किया। सड़क दुर्घटना के मामलों में 73.18 प्रतिशत की भारी वृद्धि दर्ज की गयी। सामान्य 529 मामलों की तुलना में इस बार 919 आपात मामले दर्ज किये गये। गैर-वाहन दुर्घटनाओं में चोट की 75.73 प्रतिशत की वृद्धि, सामान्य औसत 491 की तुलना में 862 मामले दर्ज किये गये। सांस लेने में कठिनाई में 4.82 प्रतिशत की वृद्धि रही, जो त्योहार के दौरान प्रदूषण और पर्यावरण के प्रभाव को दर्शाती है।
महानगरीय क्षेत्रों में, सूरत (83.78 प्रतिशत) और राजकोट (85.68 प्रतिशत) में सबसे ज़्यादा वृद्धि दर्ज की गयी, जो त्योहारों के दौरान यात्रा और भीड़भाड़ के प्रभाव को दर्शाती है। छोटे ज़िले: दाहोद, पंचमहाल, कच्छ, भावनगर, आनंद और खेड़ा ज़िलों में उल्लेखनीय वृद्धि देखी गयी। प्रत्येक ज़िले में कम से कम 25 या उससे ज़्यादा आपात स्थितियां दर्ज की गयीं, जो ग्रामीण और अर्ध-शहरी क्षेत्रों में बढ़ी हुई गतिविधियों को दर्शाती हैं।
विशिष्ट आपातकालीन श्रेणियां, जलने से होने वाली चोटें: कुल 58 जलने से संबंधित मामले दर्ज किये गये। इनमें से अहमदाबाद (17), सूरत (आठ), जामनगर (पांच) और नवसारी (चार) ज़िलों में सबसे ज़्यादा मामले दर्ज किये गये। शारीरिक हमले के मामले:144 प्रतिशत की तीव्र वृद्धि। दाहोद, गांधीनगर, जामनगर, कच्छ, मेहसाणा, पंचमहल, राजकोट और सूरत ज़िलों में उल्लेखनीय वृद्धि देखी गयी।
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