गांधीनगर , दिसंबर 19 -- गुजरात में आईओआरए पोर्टल (एकीकृत ऑनलाइन राजस्व आवेदन) पर 17.9 लाख से अधिक आवेदन संलग्न किए गए हैं।
सूत्रों ने शुक्रवार को बताया कि भूमि आवंटन से जुड़े सुधारों के अंतर्गत आईओआरए पोर्टल द्वारा राज्य के नागरिकों तक तेज एवं पारदर्शी सेवाएँ पहुँचाने में सरलता हुई है तथा 7/12 लैंड रिकॉर्ड्स के अलावा वंशानुगत रिकॉर्ड, गैर-कृषि की अनुमति तथा भूमि मापन जैसे 36 से भी अधिक राजस्व सेवाओं का लाभ आईओआरए पोर्टल द्वारा घर बैठे लिया जा सकता है। वर्ष 2022 से 18 दिसंबर 2025 तक आईओआरए पोर्टल पर विभिन्न प्रकार की 36 सेवाओं से जुड़े कुल 17.9 लाख से अधिक आवेदन प्रोसेस किए गए हैं।
इस फेसलेस सर्विस के कारण सेवाओं में पारदर्शिता आई है और निर्णय प्रक्रिया तेज बनी है। आईओआरए फीडबैक सेंटर पर लगभग 40799 कॉल के जवाब दिए गए हैं। राजस्व सेवाओं में डिजिटल टेक्नोलॉजी को शामिल किए जाने से कामकाज अधिक आसान, पारदर्शी तथा तेज बना है। गरवी 2.0 पोर्टल के राज्यव्यापी क्रियान्वयन द्वारा दस्तावेज पंजीकरण प्रक्रिया ऑनलाइन एवं फेसलेस बनाई गई है।
स्वामित्व योजना अंतर्गत ड्रोन फ्लाइट द्वारा 8700 से अधिक गाँवों में सर्वेक्षण पूर्ण कर 11.52 लाख से अधिक प्रॉपर्टी कार्ड का वितरण किया गया है। जन सेवा तथा ई- धरा केन्द्रों से फिजिकल हस्ताक्षर-मुहर आदि की डिजिटल हस्ताक्षर एवं क्यूआर कोड वाली प्रतियाँ (वीएफ-6, वीएफ-7, 8ए) प्राप्त करने की सुविधा उपलब्ध है। इसके अलावा आवेदक अब सिटी सर्वे कार्यालय पर प्रत्यक्ष जाए बिना ऑनलाइन माध्यम से ई-सील प्रमाणित प्रॉपर्टी कार्ड की प्रति घर बैठे प्राप्त कर सकते हैं।
राजस्व विभाग ने इसरो की अत्याधुनिक टेक्नोलॉजी के माध्यम से राज्य के समग्र भूभाग की उच्च रिजॉल्यूशन क्षमता के साथ मैपिंग शुरू की है। इस पहल अंतर्गत सरकारी भूमि पर किए गए अवैध अतिक्रमणों, लीज पर दी गई भूमि के दुरुपयोग तथा अनियंत्रित खनन जैसी गतिविधियों पर सटीक देखरेख रखी जाती है। एआई (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) तथा मशीन लर्निंग टेक्नोलॉजी द्वारा कोई भी अवैध फेरबदल होते ही आईओआरए और आरओ डायरी पर स्वचालित (ऑटोमैटिक) अलर्ट जनरेट होता है, जिससे भूमि पर त्वरित कानूनी कार्यवाही सुनिश्चित की जा सकती है।
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