गिरिडीह , नवम्बर 13 -- झारखण्ड के गिरिडीह जिले की साइबर थाना पुलिस ने जामताड़ा के मुख्य सरगना समेत पांच साइबर अपराधियों को गुरुवार को गिरफ्तार किया है।
पुलिस सूत्रों ने बताया कि पुलिस को प्रतिबिंब पोर्टल से सूचना मिली थी कि गांडेय थाना क्षेत्र के बगरा रेलवे ओवरब्रिज के पास बालीडीह में कुछ लोग फोन के जरिए ऑनलाइन ठगी की वारदात को अंजाम दे रहे हैं।
सूचना के आधार पर पुलिस अधीक्षक गिरिडीह के निर्देश पर साइबर थाना प्रभारी उपनिरीक्षक रामेश्वर भगत के नेतृत्व में एक विशेष छापामारी दल का गठन किया गया। टीम ने त्वरित कार्रवाई करते हुए स्थल पर छापा मारा और वहां से जामताड़ा निवासी मुख्य सरगना अफताब अंसारी सहित पांच आरोपियों को रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस पूछताछ में आरोपियों ने खुलासा किया कि वे आम लोगों को ठगने के लिए मोबाइल पर फर्जी एपीके फाइलें - जैसे एसबीआई क्रेडिट कार्ड अपडेट.एपीके, आर टी ओ ई चालान एपीके, पीएम किसान योजना. एपीके और योनो एसबीआई.एपीके भेजते थे। खुद को बैंक अधिकारी बताकर केवाईसी अपडेट या वेरिफिकेशन के नाम पर ओटीपी हासिल कर खातों से रकम निकाल लेते थे।
पुलिस ने बताया किगिरफ्तार अपराधियों के नाम अफताब अंसारी (मुख्य सरगना, जामताड़ा), परवेज अंसारी (मुख्य सरगना, देवघर), तफाजुल अंसारी, तबरेज अंसारी और नियाज अंसारी हैं। पुलिस ने उनके पास से 12 मोबाइल फोन, जिनमें तीन आईफोन शामिल हैं, और 15 सिम कार्ड जब्त किए हैं। यह गिरोह देवघर और जामताड़ा के अन्य साइबर नेटवर्क से भी जुड़ा हुआ है। ठगी की रकम फर्जी खातों में मंगाई जाती थी और बाद में आरोपी नकद रूप में बांट लेते थे। इस मामले में साइबर थाना गिरिडीह में कांड संख्या 38/2025 दर्ज कर आगे की कार्रवाई प्रारंभ कर दी गई है।
इस संबंध में एएसपी डॉ. विमल कुमार ने बताया कि साइबर अपराधों पर गिरिडीह पुलिस की नजर लगातार बनी हुई है और ऐसे मामलों में जीरो टॉलरेंस नीति के तहत कार्रवाई की जा रही है। उन्होंने आम जनता से अपील की कि किसी भी संदिग्ध लिंक या ऐप को डाउनलोड न करें और किसी तरह की ठगी की जानकारी तुरंत पुलिस को दें।
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