गांधीनगर , नवंबर 01 -- गुजरात के गांधीनगर में झंकार स्कूल ऑफ क्लासिकल डांसेज में संस्थापक एवं कलात्मक निदेशक प्रतिभा वर्मा के सान्निध्य में दो युवा शिष्याओं काव्या जैन और हीरवा गोस्वामी का भव्य अरंगेत्रम प्रस्तुत किया गया।

संगीत मंडली में सुम मोहन एवं प्रतिभा वर्मा-नट्टुवंगम, विद्या श्रीनिवास-गायन, एस. के. दिनेश कुमार-मृदंगम, फेनिलकुमार सोनी-बांसुरी, प्रार्थना महिसुरी-वायलिन, नृत्यांगनाओं और लाइव ऑर्केस्ट्रा के बीच के सुंदर तालमेल ने संध्या को वास्तव में मनमोहक बना दिया।

अरंगेत्रम, काव्या और हीरवा के लिए एक औपचारिक पदार्पण था, जो वर्षों के कठोर अभ्यास, निष्ठा और साधना का परिणाम है। आठ वर्ष की आयु से प्रारंभ हुई उनकी नृत्य यात्रा गुरु श्रीमती प्रतिभा वर्मा के मार्गदर्शन में विकसित हुई, जिसने उनकी कला में गहराई और अनुशासन दोनों का संचार किया। कार्यक्रम की शुरुआत पुष्पांजलि और गणेश स्तुति से हुई, जिसके पश्चात पारंपरिक भरतनाट्यम प्रस्तुतियाँ-अलारिप्पु, जातिस्वरम, शबदम, पदम, वर्णम, कीर्तनम, श्लोकम, तिल्लाना और मंगलम-प्रस्तुत की गईं। इन प्रस्तुतियों ने विद्यार्थियों की लय, सौंदर्य और भावाभिव्यक्ति पर उनकी दक्षता को उजागर किया।

संध्या की मुख्य अतिथि गांधीनगर नगर निगम महापौर मीरा बेन पटेल, भाजपा गांधीनगर शहर अध्यक्ष अशिष दवे और गांधीनगर (उत्तर) विधायक रीता बेन पटेल, विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। उनकी उपस्थिति ने भारत की शाश्वत शास्त्रीय विरासत का उत्सव मनाने वाले इस ऐतिहासिक अवसर को और भी विशेष बना दिया।

श्रीमती प्रतिभा वर्मा ने वर्ष 2004 में गांधीनगर में झंकार स्कूल ऑफ क्लासिकल डांसेज की स्थापना की। पिछले दो दशकों में उन्होंने भरतनाट्यम, मोहिनीयाट्टम, कथक, केरल नटनम तथा लोक एवं अर्धशास्त्रीय नृत्य शैलियों में अनेक विद्यार्थियों को प्रशिक्षित किया है। भारतीय शास्त्रीय नृत्य परंपराओं के संरक्षण और प्रसार के प्रति उनका आजीवन समर्पण उन्हें एक सम्मानित निर्णायक, मार्गदर्शक और सांस्कृतिक मंचों की प्रतिष्ठित अतिथि के रूप में स्थापित करता है। उनकी गुरु श्रीमती सुम मोहन-नाट्यलया स्कूल ऑफ क्लासिकल डांसेज़, गांधीधाम (स्थापना वर्ष 1990) की संस्थापक एवं निदेशक- अपनी अग्रणी कलात्मक दृष्टि और शिक्षण से पीढ़ियों को प्रेरित करती आ रही हैं।

दोनों नृत्यांगनाएँ, काव्या जैन और हीरवा गोस्वामी, गांधीनगर स्थित हिलवुड्स स्कूल की 14 वर्षीय छात्राएँ हैं, जो अपनी रचनात्मकता, अनुशासन और प्रसन्नचित्त व्यक्तित्व के लिए जानी जाती हैं। काव्या - खेलों (विशेष रूप से बैडमिंटन) और संगीत में अपनी बहुमुखी रुचियों के लिए जानी जाती है, जो उसके उत्साही और संतुलित व्यक्तित्व को दर्शाती हैं। उसका स्नेहपूर्ण स्वभाव और विनम्र आचरण उसे शिक्षकों और सहपाठियों में प्रिय बनाता है।

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