जयपुर , नवंबर 06 -- राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने जयपुर के हरमाड़ा में तेज रफ्तार डंपर से कुचलकर हताहत हुए सभी पीड़ित परिवारों के परिजनों को मुआवजा वितरण में हो रही देरी पर गहरी चिंता व्यक्त करते हुए राज्य सरकार से पीडितों को अविलंब राहत राशि जारी करने की मांग की है।

श्री गहलोत ने मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को पत्र लिखकर यह मांग की। उन्होंने जैसलमेर बस हादसे एवं मतोड़ा हादसे की तर्ज पर ही पीड़ितों को मुआवजा जल्द से जल्द जारी किया जाए एवं अन्य राज्यों के मृतकों को भी इसमें शामिल करने की मांग की।

प्रदेश में हाल में हुई दर्दनाक दुर्घटनाओं का उल्लेख करते हुए पत्र में लिखा कि प्रदेश में भीषण सड़क दुर्घटनाओं जैसे जयपुर डंपर हादसा (13 मौत), भांकरोटा हादसा (20 मौत), मनोहरपुर-दौसा सड़क हादसा (11 मौत), मतोड़ा सड़क हादसा (15 मौत) एवं अन्य दुर्घटनाओं जैसे जैसलमेर बस अग्निकांड (28 मौत), एसएमएस अस्पताल अग्निकांड (आठ मौत) आदि की एक दुर्भाग्यपूर्ण श्रृंखला चल रही है, जो बेहद चिंताजनक और हृदय विदारक है।

उन्होंने पत्र में लिखा कि " पांच नवंबर को एसएमएस अस्पताल में मिलने पर मुझे पीड़ितों के परिजनों ने अवगत कराया है कि राज्य सरकार द्वारा अभी तक उनके लिए कोई मुआवजा नहीं दिया है। सरकारी अधिकारियों ने इस बाबत् बताया कि पीएमएनआरएफल की सहायता राशि एवं पात्र परिवारों को आयुष्मान (चिरंजीवी) दुर्घटना बीमा योजना का लाभ मिलेगा।"मुआवजा देने में सरकार की उदासीनता पर सवाल उठाते हुए श्री गहलोत ने लिखा कि पीड़ित कोई एक परिवार या समुदाय के लोग नहीं थे इसलिए इनके लिए राज्य सरकार पर दबाव बनाने के लिए कोई धरना-प्रदर्शन भी नहीं कर रहा है। इसका यह आशय बिल्कुल नहीं होना चाहिए कि इन पीड़ितों के परिजनों को सहायता न दी जाए।

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