रांची, 13अक्टूबर (वार्ता) झारखंड सरकार ने एक बार फिर गरीब और बीमार जनता के प्रति अपनी संवेदनशीलता दिखाते हुए एक महत्वपूर्ण और ऐतिहासिक निर्णय लिया है।
खाद्य, सार्वजनिक वितरण एवं उपभोक्ता मामले मंत्री डॉ. इरफान अंसारी ने घोषणा की है कि झारखंड के प्रत्येक जिले में विशेष रूप से 100-100 गरीब एवं गंभीर रूप से बीमार व्यक्तियों के नाम राशन कार्ड में जोड़े जाएंगे, ताकि वे आयुष्मान भारत योजना और अन्य स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ उठा सकें।
डॉ. अंसारी ने आज स्पष्ट रूप से कहा कि केंद्र सरकार की उदासीनता के कारण अब तक कई गरीबों की जान इलाज के अभाव में चली गई। यह अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है। मैंने ठान लिया है कि मेरे रहते किसी गरीब की जान इलाज के अभाव में नहीं जाएगी। जनता है तभी हम हैं।" विभाग में कई दौर की गंभीर विचार-विमर्श के बाद यह निर्णय लिया गया है। अब यह योजना धरातल पर उतारी जा रही है, जिससे गरीबों के बीच राहत और सरकार के प्रति भरोसा मजबूत हुआ है।
डॉ अंसारी ने बताया कि वर्तमान गाइडलाइन के अनुसार केंद्र सरकार की नीति में नाम काटे बिना नया नाम नहीं जोड़ा जा सकता है। ऐसे में बड़ी संख्या में गरीब लोग सरकारी योजनाओं से वंचित थे। राज्य सरकार ने मानवीय दृष्टिकोण से विशेष परिस्थिति में यह छूट देने का फैसला किया है।
मंत्री डॉ. अंसारी ने कहा कि मैं राजनीति करने नहीं, काम करने आया हूं। मेरा विज़न लंबा है, सोच स्पष्ट है, और मैं हर योजना को जमीन पर उतारने का संकल्प लेकर काम कर रहा हूं। साथ ही, उन्होंने राज्य के सभी सांसदों और विधायकों से अपील की है कि वे अपने क्षेत्र में ऐसे जरूरतमंदों की सूची शीघ्र जिला उपायुक्त और जिला आपूर्ति पदाधिकारी (डीसीओ) को उपलब्ध कराएं।
इस फैसले के बाद पूरे राज्य में सकारात्मक प्रतिक्रिया देखने को मिल रही है। आम जनता, जनप्रतिनिधि, सामाजिक संगठन और स्वयंसेवी संस्थाओं ने इस मानवीय फैसले का स्वागत किया है और मंत्री डॉ. इरफान अंसारी को धन्यवाद दिया है।
डॉ. अंसारी ने कहा कि यह निर्णय मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन जी के मार्गदर्शन और गरीबों के प्रति संवेदनशील नीति के तहत लिया गया है। राज्य सरकार हर स्तर पर कोशिश कर रही है कि कोई भी नागरिक भूखा, बीमार या बेसहारा न रहे।
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