सहारनपुर , अक्टूबर 6 -- उत्तर प्रदेश की गन्ना पट्टी माने जाने वाले सहारनपुर मंडल में गन्ना पेराई का नया सत्र जल्द शुरू हो जाएगा। चीनी मिलों ने अपनी तैयारियां पूरी कर ली हैं और चीनी मिलों के चलाए जाने का कार्यक्रम भी तय हो गया है।

सहारनपुर मंडल के गन्ना उपायुक्त ओमप्रकाश सिंह ने आज बताया कि इस वर्ष जिले में गन्ने के क्षेत्रफल में 1.21 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। मंडल में भी गन्ने का क्षेत्रफल बढ़ा है। इस बार सहारनपुर जनपद में 119406 हेक्टेयर में गन्ने पैदावार हुई है। पिछले वर्ष यह 118022 हेक्टेयर यानि एक हजार 384 हेक्टेयर की वृद्धि हुई है। सहारनपुर के जिला गन्नाधिकारी सुशील कुमार ने बताया कि जिले में सबसे पहले देवबंद की त्रिवेणी चीनी मिल चलेगी। जिसका पेराई सत्र 28 अक्टूबर से शुरू होगा। 30 अक्टूबर से बिड़वी चीनी मिल चलेगी और एक नवंबर से गागलहेड़ी और टोडरपुर चीनी मिलें चलेंगी। चार नवंबर से गांगनौली स्थित बजाज चीनी मिल चलेगी। सात नवंबर से शेरमऊ चीनी मिल चलेगी और 11 नवंबर से जिले की दोनों सहकारी चीनी मिलें नानौता और सरसावा शुरू होंगी।

उन्होंने बताया कि जनपद में किसानों ने 40-40 फीसद गन्ने की सीओ-0118 और सीओ-0238 प्रजाति का गन्ना बोया था। इन दोनों प्रजातियों की पैदावार चीनी रिकवरी बहुत अच्छी है लेकिन उनकी बड़ी कमी यह है कि उनमें रोग लग जाता है। जिससे पैदावार में गिरावट आती है। जो सबसे अच्छी और निरोगी प्रजाति है सीओ-0235 केवल चार फीसद क्षेत्रफल में ही लगी है। गन्नाधिकारी ने बताया कि जनपद में समय पर और अच्छा भुगतान करने वाली चीनी मिल देवबंद की त्रिवेणी समूह है। गांगनौली और टोडरपुर चीनी मिलों पर किसानों का 119 करोड़ रूपया बकाया है।

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