रांची , नवम्बर 20 -- झारखंड के गढ़वा जिले के रहनेवाले आईटीबीपी कमांडेंट विवेक कुमार पांडेय को देश की सुरक्षा में उनकी असाधारण भूमिका के लिए 'सर्वश्रेष्ठ एंटी-नक्सल बटालियन ट्रॉफी' से सम्मानित किया गया है।
यह राष्ट्रीय सम्मान आईटीबीपी के महानिदेशक प्रवीण कुमार द्वारा जम्मू-कश्मीर के उधमपुर में आयोजित वार्षिक बल स्थापना दिवस पर प्रदान किया गया।
विवेक कुमार पांडेय गढ़वा जिले के मझिआंव थाना क्षेत्र के ऊंचरी ग्राम निवासी हैं और स्वर्गीय रामनाथ पांडेय के पुत्र हैं। 2003 से आईटीबीपी में सेवा देने वाले विवेक ने पत्रकारिता और इतिहास में स्नातकोत्तर की पढ़ाई की है। वे जम्मू-कश्मीर, अरुणाचल प्रदेश, असम, उत्तराखंड, दिल्ली, केरल जैसे विभिन्न राज्यों में तैनात रहे हैं और वर्तमान में छत्तीसगढ़ के मानपुर में 27वीं बटालियन के कमांडेंट के रूप में कार्यरत हैं।
उनकी बटालियन ने अगस्त 2025 में छत्तीसगढ़ के मानपुर क्षेत्र में एक बड़ी सफलता हासिल की है, जिसमें दो प्रमुख नक्सल कमांडर विजय रेड्डी और लोकेश सलामे को मार गिराया गया। इसके अलावा नौ अन्य शीर्ष नक्सली नेताओं को गिरफ्तार या आत्मसमर्पण कराया गया और छत्तीसगढ़ पुलिस के साथ संयुक्त अभियान चलाकर नक्सलियों की आपूर्ति श्रृंखला को पूरी तरह से नष्ट किया गया। यह क्षेत्र खासतौर पर इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि 2009 में इसी क्षेत्र में कोरकुट्टी मुठभेड़ हुई थी, जिसमें 28 जवान शहीद हुए थे।
इससे पहले भी विवेक कुमार पांडेय को 2007 में असम में उल्फा विरोधी अभियानों में उनकी उत्कृष्ट सेवा के लिए सेनाध्यक्ष प्रशंसा डिस्क मिल चुकी है। झारखंड और पूरे देश के लिए यह गर्व का क्षण है, जो उनकी वीरता, अनुशासन और समर्पण को दर्शाता है। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने भी मई 2025 में आईटीबीपी के सीतागांव ऑपरेटिंग बेस का दौरा करके उनकी प्रशंसा की थी और उनके नेतृत्व को नक्सल उन्मूलन में निर्णायक माना था।
हिंदी हिन्दुस्तान की स्वीकृति से एचटीडीएस कॉन्टेंट सर्विसेज़ द्वारा प्रकाशित