भुवनेश्वर , नवंबर 07 -- केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने शुक्रवार को ओडिशा के लिए केंद्रीय सड़क अवसंरचना कोष के अंतर्गत 1,000 करोड़ रुपये के आवंटन की घोषणा की।
भुवनेश्वर में 84वें भारतीय सड़क कांग्रेस (आईआरसी) के उद्घाटन के अवसर पर, मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी की उपस्थिति में श्री गडकरी ने कहा कि विश्व में सड़क निर्माण में अब अपशिष्ट पदार्थों का उपयोग हो रहा है और उन्होंने सुझाव दिया कि इसी तरह भुवनेश्वर के ठोस अपशिष्ट का उपयोग स्वच्छ एवं हरित शहर को बढ़ावा देने के लिए सड़क निर्माण में किया जा सकता है।
श्री गडकरी ने आईआरसी को "भारतीय सड़क इंजीनियरिंग की आत्मा" कहा जो अवसंरचना के विकास, अनुसंधान, इंजीनियरिंग और नवाचार के लिए एक ज्ञान मंच है।
उन्होंने कहा कि भारत सड़क नेटवर्क के मामले में विश्व में नंबर एक बनने की ओर अग्रसर है तथा पूरे देश में उच्च गुणवत्ता वाली सड़कों के विकास के लिए 2.87 लाख करोड़ रुपये का बजट आवंटित किया गया है।
केंद्रीय मंत्री ने उच्च-गुणवत्ता वाले निर्माण सुनिश्चित करने के लिए आधुनिक तकनीक अपनाने और विश्व स्तरीय विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) तैयार करने का आग्रह किया। सड़क सुरक्षा और हरित हाइड्रोजन को "भविष्य का ईंधन" करार देते हुए, श्री गडकरी ने कहा कि भारत सतत अवसंरचना के विकास के अंतर्गत इसके उत्पादन को प्राथमिकता दे रहा है।
मुख्यमंत्री मोहन चरन माझी ने इस बात पर बल दिया कि 2014 के बाद से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारत का सड़क नेटवर्क तेजी से बढ़ा है।
उन्होंने कहा कि स्वतंत्रता से लेकर 2014 के बीच 91,000 किमी राष्ट्रीय राजमार्ग बने जबकि सिर्फ पिछले एक दशक में ही 55,000 किमी और सड़क बने हैं, जिसे उन्होंने केंद्रीय मंत्री गडकरी के दृष्टिकोण और शासन का प्रमाण बताया।
मुख्यमंत्री माझी ने कहा कि ओडिशा के सर्वांगीण विकास के लिए एक व्यापक अवसंरचना मास्टर प्लान तैयार किया जा रहा है।
उल्लेखनीय है कि वित्त वर्ष 2025-26 के लिए, केंद्र सरकार ने राज्य के लिए 13,069 करोड़ रुपये की राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजनाओं को मंजूरी प्रदान की है। श्री गडकरी ने 4,000 करोड़ रुपये की 19 सड़क परियोजनाओं की भी शुरुआत की है और 13 अन्य परियोजनाओं के लिए 9,000 करोड़ रुपये की राशि स्वीकृत की है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य का लक्ष्य पांच वर्षों में 75,000 किलोमीटर सड़कें बनाना है।
ओडिशा के निर्माण, कानून और आबकारी मंत्री पृथ्वीराज हरिचंदन ने कहा कि आईआरसी ने भारत के राजमार्ग नेटवर्क के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है और इस सत्र में प्राप्त होने वाले विचार देश के सड़क निर्माण क्षेत्र को मजबूत करेंगे।
मुख्य सचिव मनोज आहूजा ने सड़क परियोजनाओं में वैश्विक गुणवत्ता मानकों को अपनाने पर बल दिया और कहा कि आईआरसी उत्कृष्टता प्राप्त करने में मदद के लिए तकनीकी सहायता प्रदान करेगा।
कार्यक्रम के दौरान, सड़क निर्माण, अनुसंधान और इंजीनियरिंग क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान देने वाले लोगों को सम्मानित किया गया और एक स्मारिका का विमोचन किया गया। आईआरसी के अध्यक्ष प्रोफेसर मनोरंजन परिदा और महासचिव राहुल गुप्ता ने भी सभा को संबोधित किया।
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