बालोद , अक्टूबर 01 -- छत्तीसगढ़ के बालोद जिले के प्रसिद्ध धार्मिक स्थल मां गंगा मैय्या मंदिर झलमला में बुधवार को ज्योत-जंवारा विसर्जन का भव्य आयोजन हुआ। सुबह से ही मंदिर परिसर में तैयारियां जारी रहीं। शाम पांच बजे पारंपरिक पूजा-पाठ के बाद कुंवारे युवक सिर पर ज्योत-जंवारा लेकर गर्भगृह से बाहर निकले। इस दौरान सेवा गीत और जसगीतों से वातावरण भक्तिमय बना रहा। मंदिर से निकलकर विसर्जन यात्रा शीतला तालाब तक पहुंची। जहां ज्योत-जंवारा का विसर्जन किया गया। इस यात्रा में झलमला के देवी-देवताओं भी शामिल हुए।

विसर्जन यात्रा के दौरान सुरक्षा व्यवस्था को देखते हुए नेशनल हाईवे 930 को करीब एक घंटे के लिए बंद करना पड़ा। मंदिर समिति ने इस बार फोटो और वीडियो बनाने पर प्रतिबंध लगाया था, जिसके चलते भक्त विसर्जन यात्रा को कैमरे में कैद नहीं कर पाए।

मंदिर परिसर और आसपास हजारों की भीड़ उमड़ पड़ी। जगह कम पड़ने के कारण महिलाएं और बच्चे हाईवे किनारे बने तांदुला केनाल के ऊपर चढ़कर दर्शन करते रहे।

एसडीओपी देवांश सिंह राठौर ने बताया कि विसर्जन कार्यक्रम को शांतिपूर्ण ढंग से सम्पन्न कराने के लिए चप्पे-चप्पे पर पुलिस बल की तैनाती की गई थी। सुरक्षा व्यवस्था के बीच विसर्जन यात्रा पूरी तरह सफल रही।

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