धार , दिसंबर 19 -- मध्यप्रदेश के खरगोन जिले में पदस्थ इंस्पेक्टर करण सिंह रावत का शव धार शहर की एक होटल में संदिग्ध हालात में मिलने से पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया। होटल के कमरे में खून के निशान भी पाए गए। सूचना मिलने पर पुलिस अधीक्षक मयंक अवस्थी सहित वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंचे और अधिकारियों की मौजूदगी में कमरे का लॉक तोड़ा गया, जहां इंस्पेक्टर रावत अचेत अवस्था में पड़े मिले। घटना की जानकारी तत्काल उनके परिजनों को दी गई, जिनके पहुंचने के बाद आगे की कार्रवाई शुरू की गई।

पुलिस द्वारा डॉक्टरों के पैनल से पोस्टमार्टम कराया गया। शॉर्ट पीएम रिपोर्ट में सामने आया है कि इंस्पेक्टर करण सिंह रावत लंबे समय से बीमार थे और अचानक अल्सर फटने से अत्यधिक रक्तस्राव होने के कारण उनकी मौत हुई। फिलहाल पुलिस ने मर्ग कायम कर मामले की जांच शुरू कर दी है।

जानकारी के अनुसार कोतवाली थाना क्षेत्र के मोहन टॉकीज चौराहे स्थित शिवानी होटल में इंस्पेक्टर रावत ने कमरा नंबर 108 लिया हुआ था। वे अलीराजपुर जिले के निवासी थे और 12 दिसंबर को धार आए थे। बताया गया है कि धार की सब्जी मंडी परिसर में उर्स के बाद लगे व्यापारिक मेले में ड्यूटी के चलते खरगोन से कई पुलिसकर्मी आए थे। इंस्पेक्टर रावत की प्रतिदिन की ड्यूटी भोजशाला चौकी क्षेत्र में लगाई जा रही थी और वे बीते आठ दिनों से होटल में ही ठहरे हुए थे।

शुक्रवार सुबह जब काफी देर तक कमरे का दरवाजा नहीं खुला तो करीब साढ़े ग्यारह बजे होटल स्टाफ ने कोतवाली पुलिस को सूचना दी। कमरे के भीतर इंस्पेक्टर रावत के आसपास खून के निशान पाए गए। आशंका जताई जा रही है कि उन्हें खून की उल्टी हुई थी। मौके पर एफएसएल टीम ने भी पहुंचकर बारीकी से जांच की। परिजनों के बयान दर्ज करने के बाद पुलिस आगे की कार्रवाई कर रही है।

कोतवाली थाना प्रभारी दीपक सिंह चौहान ने बताया कि खरगोन से उर्स ड्यूटी पर आए थाना प्रभारी करण सिंह रावत का शव होटल के कमरे में मिला है। प्रारंभिक जांच और शॉर्ट पीएम रिपोर्ट के अनुसार अल्सर फटने से रक्तस्राव होने के कारण उनकी मृत्यु हुई है। मामले में मर्ग कायम कर जांच जारी है।

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