नयी दिल्ली , दिसंबर 19 -- सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय बिहार में कोसी नदी करीब साढे 13 लंबे एक पुल का निर्माण कर रहा है जिससे मधुबनी, सुपौल, सहरसा तथा आसपास के कई जिलों के लिए वरदान साबित होगा और इससे प्रदेश की राजधानी की दूरी कम हो जाएगी।
आधिकारिक सूत्रों के अनुसार इस पुल पर निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है और कोसी नदी में आने वाली बाढ़ के कारण सुविधाओं से वंचित होने वाले कई जिलों को राहत मिलेगी और मधुबनी तथा सुपौल क्षेत्र के लोगों को राष्ट्रीय राजमार्ग-27 के जरिए पटना से जोड़ देगा जिससे दूरी करीब 44 किलोमीटर कम हो जाएगी। इस पुल के निर्माण से नेपाल और पूर्वोत्तर के लिए भी सुगम मार्ग खुलेंगे।
उन्होंने बताया कि पुल के वित्त वर्ष 2026-2027 पूर्ण होने की उम्मीद है। इस परियोजना की लंबाई 13.300 किलोमीटर है और इस पर 1101.99 करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान है। यह आशा का पुल है जिससे कोसी नदी में आने वाली बाढ़ के कारण खड़ी होने वाली चुनौतियों से मुकाबला किया जा सकेगा और वहां के जीवन को सुगम बनाया जा सकेगा है।
कोसी नदी पर बनने वाले इस पुल के निर्माण से सीमा पार व्यापार, क्षेत्रीय वाणिज्य और बहुप्रतीक्षित निवेश को बढ़ावा मिलेगा। इस पुल का निर्माण बिहार में भारतमाला परियोजना के प्रथम चरण की बस रैपिड ट्रांजिट (बीआरटी) योजना के तहत ईपीसी मोड पर किया जा रहा है।
हिंदी हिन्दुस्तान की स्वीकृति से एचटीडीएस कॉन्टेंट सर्विसेज़ द्वारा प्रकाशित