मधुबनी , अक्टुबर 05 -- नेपाल के जल अधिग्रहण क्षेत्र में पिछले कई दिनों से लगातार हो रही तेज बारिश के कारण बिहार के मधुबनी जिले से गुजरने वाली कोसी और कमला नदी का जलस्तर लगातार बढ़ता जा रहा है और अंतरराष्ट्रीय सीमा के माड़र बॉडर के नो मैंस लैंड पर बाढ़ का पानी चढ़ जाने से भारत-नेपाल के बीच आवागमन ठप हो गया है।
इस क्षेत्र में कोसी के जलस्तर में बढ़ोतरी को देखते हुए रविवार की सुबह कोसी बैराज के सभी 56 फाटक खोल दिए जाने से मधुबनी जिले के मधेपुर प्रखंड क्षेत्र के निचले क्षेत्रों में पानी बढ़ने की आशंका जताई जा रही है। मधेपुर प्रखंड क्षेत्र के गढ़गांव में बाढ़ का पानी प्रवेश करने से जन जीवन अस्त व्यस्त हो गया है। वहीं लोग बाढ़ के कारण मवेशियों को नाव पर लाद कर उंचे स्थानों पर ले गये हैं।
जल संसाधन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि नेपाल के पर्वतीय इलाकों में हो रही लगातार वर्षा के कारण कोशी नदी का जलस्तर और बढ़ सकता है तथा स्थिति पर लगातार नजर रखी जा रही है। प्रशासन ने लोगों से नदी तटवर्ती इलाकों में सतर्कता बरतने और अनावश्यक रूप से नदी किनारे जाने से बचने की अपील की है। साथ ही, आपदा प्रबंधन दलों को अलर्ट मोड पर रखा गया है। स्थानीय लोगों के अनुसार, नदी किनारे बसे गांवों में पानी का स्तर धीरे-धीरे बढ़ने लगा है, जिससे ग्रामीणों में चिंता का माहौल है। वहीं मधुबनी जिले के जयनगर अनुमंडल मुख्यालय के कमला नदी के जल स्तर में भारी वृद्धि को लेकर आसपास के क्षेत्रों में बाढ़ का पानी फैल गया है, जिससे तटबंध किनारे बसे गांव का जयनगर प्रखंड मुख्यालय से संपर्क भंग हो गया है।
जयनगर के अंचलाधिकारी ने नदी के जल स्तर में लगातार वृद्धि को देखते हुए जयनगर प्रखंड क्षेत्र के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का भ्रमण किया और एहतियातन तैयारी की है। इसके साथ ही कमला नदी में पानी के अधिक दबाव को देखते हुए जल संसाधन विभाग व बाढ़ नियंत्रण विभाग के अधिकारियों द्वारा लगातार निगरानी रखी जा रही है।
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