कोलकाता , अक्टूबर 04 -- पश्चिम बंगाल में सत्तारुढ़ तृणमूल कांग्रेस ने महानगर कोलकाता को देश का सबसे सुरक्षित शहर घोषित किए जाने पर शनिवार को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के नेतृत्व की सराहना की।

राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो(एनसीआरबी) की 2023 की रिपोर्ट के अनुसार कोलकाता में प्रति लाख लोगों पर 83.9 संज्ञेय अपराध दर्ज किए गए, जो सूचीबद्ध 20 लाख से अधिक आबादी वाले देश के 19 शहरों में सबसे कम है। कोच्चि प्रति लाख लोगों पर 3,192.4 संज्ञेय अपराधों के साथ सबसे खराब प्रदर्शन करने वाला शहर है। इसके बाद दिल्ली (2,105.3) और सूरत (1,377.1) का स्थान है। तालिका के दूसरे छोर पर, हैदराबाद दूसरे स्थान पर (332.3) है, उसके बाद पुणे (337.1) और मुंबई (355.4) हैं।

रिपोर्ट में कहा गया है कि 2023 में 19 शहरों में संज्ञेय अपराधों की औसत दर 828 थी।

रिपोर्ट के मुताबिक 2023 की अपराध दर पिछले दो वर्षों की दरों से कम थी - 2022 में 86.5 और 2021 में 103.5। वास्तव में, शहर का अपराध ग्राफ 2016 से लगातार गिर रहा है, जब प्रति लाख लोगों पर 159.6 संज्ञेय अपराध दर्ज किए गए थे।

एनसीआरबी की रिपोर्ट से यह भी पता चला है कि शहर में संज्ञेय मामलों की कुल संख्या लगातार दूसरे वर्ष घटकर 11,843 हो गई, जो 2022 में 12,213 और 2021 में 14,591 थी। शहर में महिलाओं के खिलाफ अपराधों में भी कमी आई है। कुल मिलाकर, 2023 में 1,746 मामले दर्ज किए गए, जबकि 2022 में 1,890 और 2021 में 1,783 मामले दर्ज किए गए। कोलकाता मेंतृणमूल कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य साकेत गोखले ने सुश्री बनर्जी के नेतृत्व की सराहना करते हुए कहा कि शहर की पुलिस को भी श्रेय दिया जाना चाहिए जिसने लगातार चौथे वर्ष इंटरनेट यूजर्स की सुरक्षा सुनिश्चित की। उन्होंने कहा, "यह केंद्रीय गृह मंत्रालय के अधीन एनसीआरबी का डेटा है, इसलिए हम अपनी तारीफ़ नहीं कर रहे हैं।" उन्होंने जोर दिया कि यह उपलब्धि मुख्यमंत्री के मज़बूत और निर्णायक नेतृत्व की वजह से है।

उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टीँ बंगाल को चाहे जितना बदनाम करे, लेकिन आंकड़े सच बोलते हैं।

हिंदी हिन्दुस्तान की स्वीकृति से एचटीडीएस कॉन्टेंट सर्विसेज़ द्वारा प्रकाशित