कोडरमा, 06अक्टूबर (वार्ता) झारखंड के कोडरमा जिले में निलंबित चालक मंसूर आलम द्वारा आत्महत्या के मामले में एक बड़ी कार्रवाई हुई है।
एक सितंबर को चंदवारा स्थित पुलिस लाइन में सल्फास खाकर आत्महत्या करने वाले मंसूर आलम के खिलाफ उनकी पत्नी जैनब बीबी की शिकायत पर चंदवारा थाना में मामला दर्ज किया गया है।
इस मामले में जयनगर थाना प्रभारी बबलू सिंह, डोमचांच थाना प्रभारी ओमप्रकाश यादव, सपही पिकेट प्रभारी रमेश मरांडी और एएसआई अरविंद हांसदा पर आत्महत्या के लिए प्रेरित करने का आरोप लगाते हुए प्राथमिकी दर्ज की गई है।
मृतक मंसूर आलम ने आत्महत्या से पहले एक वीडियो जारी किया था, जिसमें उन्होंने आरोप लगाया था कि चारों पुलिसकर्मियों ने गलत आरोप लगाकर उन्हें निलंबित करवाया और मानसिक रूप से प्रताड़ित किया। इस वीडियो के आधार पर मृतक की पत्नी ने पुलिस मुख्यालय को आवेदन दिया था। डीएसपी रतिभान सिंह ने बताया कि आवेदन के बाद आरोपित पुलिसकर्मियों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है।
इस कार्रवाई को लेकर पुलिस मेन्स एसोसिएशन ने कड़ी नाराजगी जताई है। एसोसिएशन के प्रदेश उपाध्यक्ष रहमान खान ने आज कहा कि जब आत्महत्या के बाद पुलिस लाइन चंदवारा में सभी पुलिसकर्मियों ने श्रद्धांजलि दी गई थी, तब वे पुलिस कप्तान से मिले और तत्काल आरोपितों को निलंबित करने एवं विभागीय कार्रवाई की मांग की थी। लेकिन अभी तक आरोपित पुलिसकर्मियों को निलंबित नहीं किया गया है। इसे मृतक के परिवार के साथ धोखा बताया।
रहमान खान ने चेतावनी दी कि यदि एसपी ने जल्द कार्रवाई कर आरोपित पुलिसकर्मियों को निलंबित नहीं किया, तो वे इस मामले को डीजीपी अनुराग गुप्ता और मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन तक लेकर जाएंगे। उनका कहना है कि दोषी पुलिसकर्मियों पर कठोर कार्रवाई होनी चाहिए ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाएं न हों।
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