कोच्चि , अक्टूबर 25 -- केरल के कोच्चि में दो दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय काली मिर्च समुदाय (आईपीसी) के 53वें वार्षिक सत्र की बैठकें (एएसएम) तथा अंतर्राष्ट्रीय मसाला प्रदर्शनी (आईएसई) आयोजित की जाएंगी।
यह प्रतिष्ठित वैश्विक आयोजन केन्द्र सरकार , वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय, भारतीय मसाला बोर्ड और अंतर्राष्ट्रीय काली मिर्च समुदाय (आईपीसी) द्वारा संयुक्त रूप से 28 और 29 अक्टूबर को आयोजित किया जा रहा है। इस वर्ष का विषय, "काली मिर्च व्यापार को पुनर्जीवित करना: नवाचार, समानता और क्षेत्रीय लचीलापन", मसाला क्षेत्र में नवाचार और सहयोग की तत्काल आवश्यकता पर प्रकाश डालना है।
ये सत्र वैश्विक व्यापार परिवेश में बड़े बदलावों के साथ काली मिर्च उद्योग में क्षेत्रीय लचीलापन, समान भागीदारी और सतत विकास के निर्माण पर केंद्रित होंगे। इस दो दिवसीय इस अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन में दुनिया भर के प्रतिनिधि, नीति निर्माता, शोधकर्ता, उद्योग जगत के नेता और व्यापारी एक साथ आएंगे।
इस सम्मेलन में 53वें आईपीसी एएसएम और आईएसई का आधिकारिक शुभारंभ, आईपीसी सर्वश्रेष्ठ पुरस्कार 2024 की घोषणा और तकनीकी सत्रों, प्रदर्शनियों और व्यावसायिक नेटवर्किंग मंचों की एक श्रृंखला शामिल होगी।
आईपीसी की कार्यकारी निदेशक मरीना एन. अंगग्रेनी और मसाला बोर्ड की सचिव पी. हेमलता, आईएएस सहित शीर्ष अधिकारी, वरिष्ठ सरकारी प्रतिनिधियों, गणमान्य व्यक्तियों और उद्योग के हितधारकों के साथ इसमें भाग लेंगे।
आईपीसी 1972 में संयुक्त राष्ट्र-एस्केप के तहत स्थापित एक अंतर-सरकारी संगठन है जिसमें भारत, इंडोनेशिया, मलेशिया, श्रीलंका और वियतनाम स्थायी सदस्य हैं जबकि पापुआ न्यू गिनी और फिलीपींस सहयोगी सदस्य हैं। आईपीसी सचिवालय का मुख्यालय जकार्ता, इंडोनेशिया में है और वर्तमान में भारत इसकी अध्यक्षता कर रहा है।
आईपीसी की सदस्यता सभी काली मिर्च उत्पादक देशों के लिए खुली है, जो मौजूदा सदस्यों की सर्वसम्मति से संभव है।
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